अजय अहिरवार Aapkedwar news
पलेरा। थाना क्षेत्र में बालू के अवैध खनन का खेल नहीं थम रहा है। पुलिस की नाक के नीचे कहे या मिलीभगत से यह कारोबार लंबे समय से फलफूल रहा है। फिर भी खनिज विभाग के अधिकारी व पुलिस पदाधिकारी अनजान बने रहते हैं। बालू माफिया चतुराई के साथ रात के अंधेरे में बालू का अवैध खनन करते ही है लेकिन दिन के उजाले में भी पुलिस को अंधेरा दिखा कर बालू से भरी ट्रैक्टर ट्राली को जम कर एक्सीलेटर दवा कर भाग निकले है और पलेरा पुलिस की गाड़ी के पहिए जाम नजर आते है
जानकारी के अनुसार दिन हो या रात रेत माफिया धड़ल्ले से अपना कारोबार कर रहे है, और कुछ रेत माफिया रात्रि में अपना कारोबार करते हैं ताकि दिन के उजाले में उनकी करतूत लोगों की नजर से बची रहे। ग्रामीणों की मानें तो बालू का अवैध कारोबार पुलिस की शह से ही हो रहा है। प्रतिदिन अवैध बालू लोड दर्जनों ट्रैक्टर व ट्रॉलियां एक साथ निकलती हैं। रात भर खाली ट्रॉलियां बार-बार बालू घाटों की ओर जाती हैं। फिर प्रतिबंधित घाटों से बालू भरकर वापस लौटती हैं। अवैध खनन कर बालू ले जाने वाले ट्रैक्टर व ट्रॉलियों की तस्वीरें व वीडियो भी लगातार सामने आते रहे हैं। परंतु खनिज विभाग के अधिकारी व पुलिस कार्रवाई करने से कतराते हैं।
जिले में एक ईमानदार पुलिस अधीक्षक होने के बावजूद भी पलेरा पुलिस जिस प्रकार से कार्य कर रही है उससे पुलिस की कर्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं वही पुलिस की छवि धूमल हो रही है गोवा गांव की ऊर नदी हो या फिर बूदौर गांव की नदी या गंज गांव की नदी और टोरिया में तो रेत माफिया के द्वारा अवैध रूप से रेत का डंप लगाया जा रहा है और रेत का विक्रय किया जा रहा है लेकिन यह सभी कारनामों की भनक तक पुलिस अधीक्षक को नहीं है लेकिन पलेरा पुलिस की गाड़ियों के पहिए जाम है जिस कारण से कार्यवाही नहीं हो रही है या यूं कहां जाए कि पलेरा पुलिस की मिली भगत से यह अवैध कारोबार जमकर फल फूल रहा है और पलेरा पुलिस की कमाई का जरिया बना हुआ है अब देखना है यह होगा कि पुलिस प्रशासन की नींद खबर के प्रशासन के बाद खुलती है या फिर मामले को दबाने का प्रयास किया जाएगा
इनका कहना है
आपके द्वारा मामले की जानकारी दी गई है जल्द ही आवश्यक कार्यवाही की जाएगी
एसडीओपी जतारा अभिषेक गौतम
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