जयेष्ठ माह शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को महेश नवमी 15 जून शनिवार को मनेगी।
इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विशेष पूजन करने से सुख, शांति, धन वृद्धि और सौभाग्य में बढ़ोत्तरी का वरदान प्राप्त होता है।
ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने बताया 15 जून शनिवार के दिन नवमी तिथि उदया तिथि में रहकर पूरे दिन रहेगी इसलिए इस दिन मनेगी।विशेषकर माहेश्वरी समाज इस दिन को धूमधाम से मनाता है।
भगवान महेश और आदिशक्ति माता पार्वती ने ऋषियों के श्राप के कारण पत्थर में परिवर्तित हो चुके 72 क्षत्रियों को शापमुक्त किया और पुनर्जीवन प्रदान करते हुए कहा कि, "आज से तुम्हारे वंशपर हमारी छाप रहेगी, तुम माहेश्वरी कहलाओगे". भगवान महेश एवं माता पार्वती के अनुग्रह से उन क्षात्रियों को पुनर्जीवन मिला तथा माहेश्वरी समाज का उद्भव हुआ। शिव जी के भक्त इस दिन महेश वन्दना का गायन करते हैं तथा शिव मन्दिरों में भगवान महेशजी की महाआरती की जाती है और बड़ी धूम धाम से मना ते है।
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