जयेष्ठ माह शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का त्योहार मनाया जाता है कहते है इस तिथि को गंगा जी का अवतरण पृथ्वी पर हुआ था इसलिए गंगा अवतरण दिवस के रूप में भी यह दिन गंगा स्नान,दान,पुण्य,व्रत के लिए विशेष महत्व का है।
वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने पंचांग गणना में कहा
इस बार यह पर्व 16 जून रविवार को हस्त नक्षत्र , सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग में रविवार के दिन मनाया जाएगा।
इस शुभ अवसर पर गंगा स्नान और दान करने का अधिक महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इन कार्यों को करने से इंसान को दश तरह के बुरे कर्मों से छुटकारा मिलता है और भाग्य में वृद्धि होती है।
जैन ने कहा 16 जून को दशमी तिथि रात 02:32 बजे प्रारंभ होकर 17 जून को रात तड़के 04:04 बजे तक रहेगी।
इसलिए 16 जून रविवार को हस्त नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग का संयोग उदया तिथि में रहने से 16 को प्रातः 04 बजे से 11 बजे तक गंगा स्नान,ध्यान का विशेष महत्व रहेगा।
गंगा दशहरा पर सफेद वस्त्रों का दान करना चाहिए। मान्यता है कि इस चीज का दान करने से धन में वृद्धि होती है। इसके अलावा मौसमी फल और सत्तू का दान करना शुभ माना जाता है। इससे जातक को शुभ फल की प्राप्ति होती है। गंगा दशहरा पर शरबत से भरा मिट्टी का कलश भी दान कर सकते हैं। सुहागिन महिलाओं को श्रृंगार की चीजें दान करें। मान्यता है इन चीजों को दान करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है।
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