“एआई के दौर में बदलती पत्रकारिता और उसकी चुनौतियां“ विषय पर आयोजित व्याखान
इंटरनेशनल सेंटर ऑफ मीडिया एक्सीलेंस (आईकॉम) पर “एआई के दौर में बदलती पत्रकारिता और उसकी चुनौतियां“ विषय पर आयोजित व्याखान में मुख्यवक्ता के तौर बोलते हुए यह बात कही।
सेंटर डायरेक्टर डॉ. केशव पाण्डेय ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि सामना जैसे समाचार-पत्र पत्रकारिता को नई दिशा प्रदान करते हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम बढ़ाने वाले युवाओं को समझना और जानना होगा कि आधुनिक परिवेश की पत्रकारिता में आने वाली चुनौतियां क्या हैं और उनसे कैसे पार पाया जा सकता है? कार्यक्रम का संचालन प्रतिभा दुबे ने तथा आभार व्यक्त संपादक विजय पाण्डेय ने किया।
एआई का करें बेहतर इस्तेमाल
मुख्य वक्ता तिवारी ने कहा कि पत्रकारिता में आज कई बड़ी चुनौतिया हैं। तकनीक के बढ़ते प्रभाव से काम आसान हुआ है। जिस स्टोरी को बनाने में तीन घंटे लगते थे उसे एआई तीन मिनट में बना कर देता है, तो सोचिए हमारा स्थान कहां हैं? ऐसे में जरूरी हो जाता है कि एआई को टूल के रूप में इस्तेमाल करें न कि उससे प्रतिस्पर्धा। जिससे कि समय के साथ होने वाले बदलाव को अवसरों में बदला जा सके। हमें तकनीक को अपने से आगे नहीं होने देना है। तभी हम टिक पाएंगे।
डिजिटल युग में आज कट और पेस्ट का जमाना है। सबकुछ एक क्लिक पर मौजूद है लेकिन आज का युवा आज में जी रहा है न वह भविष्य को देख रहा है और न हीं भूत को। पत्रकार एक आम आदमी होता है लेकिन उसके देखने, सोचने और लिखने का नजरिया ही उसे खास बनाता है। इसलिए समय के साथ अपने को बदलें और अपडेट होते रहें, नहीं तो वक्त के साथ पिछड़ जाएंगे।
पत्रकारों ने किया सम्मानित
व्याख्यान के बाद सर्व प्रथम सांध्य समाचार के प्रधान संपादक डॉ. केशव पाण्डेय ने शॉल, श्रीफल और स्मृति चिंह भेंट कर तिवारी का नागरिक अभिनंदन किया। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार रामबाबू कटारे, सुरेश शर्मा, राजेश शर्मा, देव श्रीमाली, प्रमोद भार्गव, प्रवीण दुबे, विजय पाराशर, जावेद खा, जितेंद्र जादौन, आशीष मिश्रा, एवं विनोद शर्मा सहित अनेक पत्रकारों ने भी उनका सम्मान किया।
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