ग्वालियर 26 अप्रैल । विभिन्न समस्याओं को लेकर आज ग्वालियर आगमन पर ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्रीय मंत्री को वर्ष 2016 में मध्य प्रदेश शासन अनुसूचित जाति विभाग के बंद किए गए कन्या बालक आश्रम चालू कराने की मांग को लेकर एवं अन्य समस्याओं को लेकर आदम जाति कल्याण विभाग छात्रावास आश्रम शिक्षक अधीक्षक संघ (कसस) के संस्थापक प्रांत अध्यक्ष एवं आरक्षित वर्ग अधिकारी कर्मचारी संघ (अवाक्स) के संस्थापक अध्यक्ष तथा दलित आदिवासी महापंचायत (दाम) के संस्थापक संरक्षक डॉ जवर सिंह अग्र ने मुलाकात कर समस्याओं के निराकरण के लिए निवेदन किया।
पत्र के माध्यम से सिंधिया जी को अवगत कराया गया कि मध्य प्रदेश शासन अनुसूचित जाति विभाग के संपूर्ण मध्य प्रदेश के जिलों में अनुसूचित जाति वर्ग के कन्या और बालक आश्रम संचालित थे जिन्हें मध्य प्रदेश सरकार ने वर्ष 2016 में बंद कर दिया इन आश्रमों में अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र-छात्राओं के प्रवेश कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक होते थे इन आश्रमों में गरीब परिवार के छात्र-छात्राओं को आवासीय व्यवस्था के साथ-साथ भोजन व्यवस्था शिक्षा आदि सभी व्यवस्थाएं निशुल्क मध्य प्रदेश शासन की ओर से दी जाती थी।
आश्रम बंद होने के कारण इन सुविधाओं से अनुसूचित जाति वर्ग के कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के छात्रों प्रवेश से वंचित हो रहे हैं उपरोक्त सुविधाओं से वंचित रह रहे हैं प्रकार एक तरह से शिक्षा से वंचित हो रहे हैं पत्र के माध्यम से श्री सिंधिया से निवेदन किया गया है की बंद किए गए आश्रमों को इसी सत्र से चालू करने के आदेश शासन स्तर से जारी करने की कृपा करें। श्री सिंधिया ने मांग पर शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
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