इस वर्ष नव संवत्सर में और चंद्र मास अर्थात वैशाख मास के प्रारंभ में खप्पर योग शुरू हो गया ।
खप्पर योग ज्योतिष में एक बहुत बड़ा अशुभ योग कहा जाता है। ज्योतिष के अनुसार यह विचित्र घटनाओ, दुर्घटनाओ, हिंसा, आगजनी, एवं प्राकृतिक घटनाओं को जन्म देता है।
इसलिए यह अशुभ योग होता है राजनैतिक एवं प्राकृतिक घटनाओं के लिए अपनी कोई ना कोई बड़ी छाप छोड़कर जाता है।
ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने बताया कि इस बार नव संवत्सर 2082 के राजा सूर्य एवं मंत्री भी सूर्य हैं वैशाख मास की शुरुआत रविवार को एवं पांच रविवार वैशाख माह में इसी दिन सूर्य संक्रांति रविवार को एवं वैशाख कृष्ण अमावस्या भी रविवार की होने से खप्पर योग निर्मित हो रहा है।
इस योग से ग्रीष्म ऋतु में गर्मी भयंकर पड़ेगी, वर्षा ऋतु में वर्षा अधिक होने से अनेक स्थानों पर बाढ़ की स्थिति रहेगी, सर्दी अधिक पड़ेगी वेमौसम वर्षा, प्राकृतिक आपदाओं, भूकंप अति गर्मी अति वर्षा बाढ़,ओलावृष्टि से अनेक स्थानों पर जन धन की हानि देखने को मिलती हैं।
वही खाद्यान्न में दालवाना तेलवान,सोना,चांदी आदि धातुओं में मूल वृद्ध चरम पर होती हैं।
वही कुछ राशियों पर भी इस का असर देखने मिलता है ।
इनमें सिंह ,धनु,कुंभ, मीन,मेष , राशिओ बालों को परेशानी आएगी
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