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अक्षय कुमार की मां अरुणा भाटिया का निधन

अक्षय कुमार की मां अरुणा भाटिया इस दुनिया में नहीं रहीं। 8 सितंबर की सुबह उनका निधन हो गया। अक्षय कुमार ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां किया है। अक्षय की मां बीमार थीं और आईसीयू में थीं। उनकी हालत सीरियस होने पर अक्षय यूके से फिल्म 'सिंडरेला' की शूटिंग छोड़कर आए थे। उन्होंने मां की हेल्थ के लिए चिंता जताने वालों का शुक्रिया भी अदा किया था।

अक्षय कुमार ने दी मां के निधन की सूचना

अक्षय कुमार की मां अरुणा भाटिया का बुधवार सुबह निधन हो गया। अक्षय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है, वह मेरी जिंदगी का केंद्र थीं। आज मुझे अपने अस्तित्व के हर हिस्से में दर्द महसूस हो रहा है। मेरी मां श्रीमति अरुणा भाटिया ने आज सुबह शांतिपूर्वक यह संसार छोड़ दिया और वह दूसरी दुनिया में मेरे पिता के साथ हैं। इस वक्त मैं और मेरा परिवार इस वक्त से गुजर रहा है, मैं आपकी प्रार्थनाओं का सम्मान करता हूं। ओम शांति। 


 


दिलीप कुमार का निधन

 

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हिन्दी सिनेमा के दिग्गज कलाकार दिलीप कुमार का निधन हो गया है. बुधवार को दिलीप कुमार ने 98 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. लंबे वक्त से दिलीप कुमार बीमार चल रहे थे, मुंबई में कई बार उन्हें अस्पताल में भी भर्ती करवाया गया था. अब बुधवार को बॉलीवुड के ट्रेजेडी किंग ने अंतिम सांस ली. दिलीप कुमार के निधन से बॉलीवुड और देश में शोक की लहर है. दिलीप कुमार ने बुधवार सुबह 7.30 बजे मुंबई के खार हिंदुजा अस्पताल में अंतिम सांस ली. अस्पताल के डॉ. पार्कर जो उनका इलाज कर रहे थे, उन्होंने दिलीप कुमार के निधन की पुष्टि की है.

सिंधिस गोट टेलेंट में ग्वालियर के गौरव संतवाणी ने रहे विजेता, संस्था ने 5 हजार नगद पुरस्कार से सम्मानित किया

ग्वालियर। पिछले दिनों राष्ट्रीय भारतीय सिंणु सभा द्वारा आयोजित आल इंडिया सिंधिस गोट टेलेन्ट में हिस्सा लेकर ग्वालियर के युवा कलाकार गौरव संतवाणी ने द्वितीय स्थान प्राप्त कर ग्वालियर का नाम रोशन किया है। गौरव संतवाणी को संस्था की ओर से पांच हजार रूपये का नगद पुरस्कार देते हुए संस्था उन्हें सम्मानित किया। 

इस कार्यक्रम में देश भर के कई प्रतिभागियो ने हिस्सा लिया। गौरव की जीत पर उनके परिवार वालों के साथ ही उनके मित्रो ने खुशी जाहिर करते हुए उन्हें बधाई दी है।

अक्षय कुमार के बाद गोविंदा हुए कोरोना पॉजिटिव


मुंबई। सुपरस्टार अक्षय कुमार के बाद अब हीरो नं. 1 के नाम से मशहूर गोविंदा भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। 57 साल के अभिनेता ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा, "मैंने जांच कराई थी और कोरोना वायरस से बचने के लिए जरूरी सावधानियां भी बरत रहा था। हालांकि, मामूली से लक्षणों के चलते आज मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

गोविंदा ने अपने स्टेटमेंट में आगे कहा, "घर में स्टाफ मेंबर्स समेत सभी का टेस्ट निगेटिव आया है। सुनीता (पत्नी) कुछ सप्ताह पहले ही कोविड से रिकवर हुई है। मैं होम क्वारैंटाइन में हूं और मेडिकल गाइडेंस ले रहा हूं। मेरी सभी से अपील है कि जरूरी सावधानी बरतें और अपना ख्याल रखें।"

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार:तमिल सुपरस्टार रजनीकांत को मिलेगा फिल्म का सर्वोच्च सम्मान

 

नई दिल्ली । दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड 2019 से नवाजा जाएगा। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को इसका ऐलान किया। इसे तमिलनाडु चुनाव से जोड़कर देखे जाने के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि रजनीकांत का फिल्म इंडस्ट्री के योगदान के लिए उन्हें यह सम्मान दिया जा रहा है। इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। दरअसल, तमिलनाडु में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव के लिए वाेटिंग होनी है। रजनीकांत को 51वां दादा साहब फाल्के अवॉर्ड 3 मई को दिया जाएगा।

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर कोरोना पॉजिटिव पाए गए

चैतन्य राजदेव AD News 24

मुंबई। क्रिकेट के भगवान के नाम से मशहूर पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। देश में जानलेवा कोरोना वायरस एक बार फिर अपने पैर पसार रहा है। संक्रमण के ताजा मामले एक बार फिर डराने लगे हैं। 

सचिन तेंदुलकर ने शनिवार को सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में बाकी सभी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सचिन ने बताया कि मैं लगातार टेस्ट करा रहा था और कोरोना से बचने के लिए सभी कदम भी उठा रहा था। हालांकि, हल्के लक्षण के बाद आज मैं कोरोना पॉजिटिव पाया गया हूं। उन्होंने बताया कि मैंने खुद को होम क्वारैंटाइन कर लिया है। डॉक्टरों के निर्देशों का पालन कर रहा हूं।

फिल्म अभिनेता आमिर खान को हुआ कोरोना, घर पर हुए क्वारनटीन

चैतन्य राजदेव AD News 24

मुबंई। बॉलीवुड में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रणबीर कपूर और कार्तिक आर्यन के बाद अब आमिर खान के कोविड पॉजिटिव होने की खबर आ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आमिर होम क्वॉरंटीन हैं और जरूरी सावधानियां बरत रहे हैं। आमिर खान की टीम ने उनके संपर्क में आए लोगों से भी कोरोना टेस्ट करवाने की अपील की है।

कंगना रनोट को चौथा नेशनल फिल्म अवॉर्ड

सोमवार को 67वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की घोषणा की गई। इस दौरान 2019 में रिलीज हुई फिल्मों को सम्मानित किया गया। नितेश तिवारी के निर्देशन में बनी सुशांत सिंह राजपूत, श्रद्धा कपूर स्टारर 'छिछोरे' को बेस्ट हिंदी फिल्म चुना गया। कंगना रनोट को 'मणिकर्णिका' और 'पंगा' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला। यह उनके करियर का चौथा नेशनल अवॉर्ड है।इससे पहले उन्हें 'फैशन' (2008) के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस, 'क्वीन' (2014) के लिए बेस्ट एक्ट्रेस और 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' (2015) के दत्तो के रोल के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिल चुका है। ये अवॉर्ड्स एक साल की देरी से घोषित हुए हैं, क्योंकि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते ऐसा नहीं हो सका था।


कपूर खानदान की तीसरी पीढ़ी के राजीव कपूर का हार्ट अटैक से हुआ निधन

 

मुंबई। मशहूर कपूर खानदान की तीसरी पीढ़ी के राजीव कपूर अब नहीं रहे, 58 साल के राजीव का निधन मंगलवार को हार्ट अटैक से हुआ, दिल का दौरान पड़ने पर बड़े भाई रणधीर कपूर उन्हें अस्पताल लेकर गये लेकिन डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। परिवार की इस क्षति पर तमाम सेलेब्रिटीज ने शोक संवेदनाएं जताई। उनकी इमेज रोमांटिक हीरो की थी लेकिन उनका जीवन इससे अलग रहा। 39 की उम्र में राजीव कपूर शादी के बंधन में बंधे थे। साल 2001 में उन्होंने आर्किटेक आरती सबरवाल से शादी की थी हालांकि दोनों की शादी ज्यादा लम्बे समय तक नहीं चल पाई।
साल 2003 में उनका तलाक हो गया और तलाक के बाद राजीव अकेले ही रहते थे। इसके बाद उन्होंने कभी दोबारा शादी नहीं की। राज कपूर के तीसरे बेटे राजीव कपूर एक्टर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर थे। उन्होंने सन् 1983 में फिल्म एक जान है हम से बॉलीवुड में कदम रखा था। फिल्म राम तेरी गंगा मैली में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई थी इसके बाद फिल्म आसमान, जबरदस्त, हम तो चले परदेस और लवर बॉय में भी उन्होंने काम किया था लेकिन वे अपने अन्य भाईयों की तरह ज्यादा प्रसिद्धि हासिल नहीं कर पाए और उन्होंने 10 साल की फिल्मी करियर में 13 फिल्मों में काम किया लेकिन उन सभी फिल्मों में से केवल एक ही फिल्म हिट रही। इसी कारण की वजह से एक्टिंग के बाद राजीव कपूर ने अपनी किस्मत आजमाने के लिए फिल्म अब लोट चलें से बतौर प्रोड्यूर्स डेब्यू किया।

‘इंवेस्टिंग लाइफ’– तीन आम इन्सानों पर आधारित एक फिल्म है, जो दूसरों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं

 
52 मिनट की नॉन-फीचर फिल्म ‘इंवेस्टिंग लाइफ’ की निर्देशक वैशाली वसंत केंडाले अपनी फिल्म के बारे में बताती हैं कि यह फिल्म सामाजिक बहिष्कार, सड़क दुर्घटनाओं और इन्सान-जानवर के बीच संघर्ष जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों में जीवित रहने वाले व्यक्तियों के जीवन पर आधारित है।इसका निर्माण भारत सरकार के फिल्म प्रभाग ने किया है। 51वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में इस फिल्म की स्क्रीनिंग की गई। गुरुवार को स्क्रीनिंग के बाद आयोजित हुए संवाददाता सम्मेलन में निर्देशक ने कहा कि इसे किसी के जीवनी आधारित फिल्म के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। यह फिल्म बिना किसी शर्त के तीन आम व्यक्तियों द्वारा किए गए सराहनीय काम के बारे में बताती है। निर्देशक ने कहा कि “ये तीनों व्यक्ति पिछले कई सालों से अपने आसपास लोगों की ज़िंदगी बचाने के लिए चुपचाप और अकेले ही काम कर रहे हैं, ताकि संपूर्ण मानव जाति और इकोसिस्टम का भला हो सके।समाज में ऐसे बहुत सारे लोग हैं, जो ज़मीनी स्तर पर सेवा कार्य कर रहे हैं, और बदले में उन्हें कुछ नहीं चाहिए।”

 

फिल्म में सड़क दुर्घटना से संबंधित दृश्यों के बारे में बात करते हुएनिर्देशक ने कहा, “मैं दुर्घटना को दिखाने के पक्ष में नहीं थी। यह मेरे लिए बड़ी चुनौती थी। दुर्घटना के दृश्यों को शूट करने और दर्शकों को दिखाने के लिए मेरी आत्मा मेरा साथ नहीं दे रही थी। कई लोगों ने इसे देखने से मना कर दिया। लेकिन मैंने सड़क दुर्घटना और इससे होने वाले नुकसान को दृश्यों में संजोने और दर्शकों को दिखाने का फैसला किया। मैंने इसके लिए मोंटाज का इस्तेमाल किया। दुर्घटना से संबंधित सभी संदेश को इस माध्यम से प्रदर्शित करने का प्रयास किया गया।”फिल्म में तीन समानांतर कहानियों को बताने के लिए अतियथार्थवाद और रूपकों का इस्तेमाल किया गया।
फिल्म में दिखाए गए ज़मीनी स्तर पर काम करने वाले सामान्य लोग, दूसरों के लिए अपना जीवन समर्पित कर रहे हैं। निर्देशक ने बताया कि, इसीलिए फिल्म का नाम ‘इंवेस्टिंग लाइफ’ रखा गया है।फिल्म के पीछे अपनी सोच के बारे में बात करते हुए निर्देशक केंडाले ने कहा, “जीवनी पर आधारित फिल्म ख्याति प्राप्त महान लोगों के जीवन पर बनाई जाती हैं। लेकिन, वास्तव में हर एक जीवित व्यक्ति और आम इन्सान किसी न किसी रूप में दुनिया में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे सभी व्यक्तियों की भूमिका सराहनीय और महत्वपूर्ण होती है।”

 

आइजी ने ट्राफिक प्रभारी पूर्णिमा मिश्रा की कार्यशैली की प्रशंसा

अजय अहिरवार Ad news 24
टीकमगढ़। जिले में किसी भी माफिया और अपराधी को कोई रियायत नही दी जाएगी। जिले के समस्त थाना प्रभारियों को अपराधों पर लगाम लगाने के लिए आबश्यक निर्देश दिए गए हैं। उक्त बात सागर आईजी अनिल शर्मा द्वारा पत्रकारवार्ता के दौरान कही गई। पत्रकारवार्ता के दौरान पत्रकारों द्वारा यातायात संबन्धी बात पूँछने पर सागर आईजी शर्मा ने टीकमगढ़ ट्राफिक प्रभारी पूर्णिमा मिश्रा की कार्यशैली की तारीफ करते हुए कहा कि पूर्णिमा ने छतरपुर ट्राफिक प्रभारी रहते हुए प्रशंसनीय कार्य किया था, इसी तरह टीकमगढ़ में भी सराहनीय कार्य किया जाएगा। इसके पूर्व आईजी शर्मा द्वारा जिले के समस्त थाना प्रभारियों की क्राईम मीटिंग ली गई जिसमें जिले के अपराधों के बारे में समीक्षा की गई। आईजी शर्मा ने बताया कि वर्ष के अंत समय मे लंबित अपराधों पर विस्तृत चर्चा कर आबश्यक दिशा निर्देश दिए गए। सागर आईजी शर्मा ने बताया कि पुलिस द्वारा विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं जिनमे मिलाबटखोरी, अबैध रेत परिवहन, चिटफंड कंपनियों, जहरीली शराब बिक्री, नशाखोरी एबं चिन्हित अपराधियों की धड़पकड़ जैसे मुद्दों की समीक्षा कर शीघ्रता से कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिए गए।

टिकाऊ कपड़े ही पहनेंगी दिया मिर्ज़ा


क्लाइमेट चेंज के ख़िलाफ़ 1 अरब लोगों के साथ आज काउंट अस इन नाम के अनोखे आन्दोलन में लिया फ़ैसला
मशहूर एक्ट्रेस, और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सद्भावना राजदूत,दिया मिर्ज़ा, क्लाइमेट चेंज के ख़िलाफ़ एक बेहद अनूठे वश्विक आन्दोलन, काउंट उस इन, से जुड़ गयीं हैं।
एक अरब लोगों तो साथ ले चलते इस अनोखे आन्दोलन के तहत सभी को ऐसे व्यावहारिक कदम उठाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है जिससे कार्बन प्रदूषण कम किया जा सके। आन्दोलन में अपनी भागीदारी दिखाते हुए दिया ने कहा वो टिकाऊ कपड़े पहनने का फ़ैसला ले रही हैं।
ध्यान रहे पहनने योग्य एक कपड़ा बनने की पूरी प्रक्रिया में अच्छा खासा कार्बन उत्सर्जन होता है। दिया का यह फ़ैसला वाक़ई बड़ा व्यावहारिक और अनुकरणीय है।
दरअसल आज पहली बार दुनिया भर के संस्कृतिक, धार्मिक निष्ठा, स्पोर्ट्स (खेल), शहरों और व्यवसायों के एक विविध गठबंधन ने 'काउंट अस इन' में अपनी भागीदारी की घोषणा की है। 'काउंट उस इन' एक अभूतपूर्व वैश्विक अभियान है जो एक अरब लोगों को कार्बन प्रदूषण को कम करने के लिए व्यावहारिक कदम उठाने के लिए प्रेरित करेने और नेताओं को जलवायु पर अधिक साहसपूर्वक कार्य करने की चुनौती देते हैं। TED काउंटडाउन में काउंट अस इन की शुरुआत की जा रही है, जो TED और फ्यूचर स्टूवर्ड्स द्वारा संचालित एक वैश्विक पहल है और जलवायु संकट के समाधान में तेजी लाता है।
अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अभिनेत्री, निर्माता, और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सद्भावना राजदूत दिया मिर्ज़ा कहती हैं, “जलवायु परिवर्तन पहले से ही हमारे जीवन, हमारे समुदायों और हमारी आजीविका को नष्ट कर रहा है। यह हम पर निर्भर है कि हम अपने आस-पास जो देखते हैं उसके बारे में क्या करते हैं। हम शक्तिहीन नहीं हैं। यदि हम साहसपूर्वक और तत्काल कार्य करते हैं तो हम जलवायु परिवर्तन के सबसे बुरे प्रभावों से हमे जो प्रिय है उसको बचा सकते हैं। मैं उस कपड़े को पहनने के लिए प्रतिबद्ध हूं जो टिकाऊ हों और भारत भर के नागरिकों से अपने स्वयं के जीवन में भी कदम उठाने का आह्वान करती हूँ।”
दिया ने सही कहा। यह सच है कि जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न खतरे का मुकाबला करने के लिए सक्रिय समुदाय से आगे बढ़ने और गैर-कार्यकर्ता मध्य को संलग्न करने की तत्काल आवश्यकता है। जब तक कि हम उत्सर्जन में भारी कमी नहीं करते हैं और नेताओं पर कार्रवाई करने के लिए ज़ोर नहीं डालते हैं, तब तक जलवायु परिवर्तन से मौसम का चरम बदलाव और बढ़ते समुद्र का स्तर दुनिया भर के समुदायों और अर्थव्यवस्थाओं को तेजी से खतरे में डाल देगा। 'काउंट उस इन' जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को रोकने के लिए सबसे महत्वाकांक्षी नागरिक-नेतृत्व वाले प्रयास का निर्माण करके इस कॉल का जवाब देता है। यह आंदोलन उन व्यक्तियों पर केंद्रित है जो वर्तमान में जलवायु मुद्दों पर सक्रिय नहीं हैं।
'काउंट अस इन' 16 प्रैक्टिकल और हाई इम्पैक्ट स्टेप्स की रूपरेखा बनता है जो के हर व्यक्ति बहुत देर होने से पहले ग्रह को कार्बन प्रदूषण से बचाने के लिए ले  सकता है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम और अन्य सहयोगियों के विशेषज्ञों और अनुसंधानों से प्राप्त ये 16 कदम हम सबको यह समझने का एक व्यावहारिक तरीका प्रदान करते हैं कि हम कैसे इस बड़ी चुनौती का सामना कर सकते हैं। व्यक्तिगत कार्रवाई एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है: यदि 1 बिलियन लोग अपने खुद के जीवन में कुछ व्यावहारिक कार्रवाई करते हैं, तो वे वैश्विक कार्बन उत्सर्जन को  20% तक कम कर सकते हैं।
लोग वैश्विक कार्रवाई प्लेटफॉर्म 'काउंट उस इन' के द्वारा अपने कार्यो को लेकर लॉग कर सकते हैं। 'काउंट उस इन' एग्रीगेटर तब उठाए गए हर कदम को जोड़ता है और उस अंतर को दिखाता है जो हम सभी एक साथ अभिनय करके कर सकते हैं। यह तीन डाटा बिंदुओं को एकत्रित करता है: 1. उठाए गए कदमों की कार्बन बचत; 2. कदम उठाने वाले व्यक्तियों की संख्या; तथा 3. उठाए गए कदमों की संख्या। यह अन्य साझेदार जलवायु एक्शन प्लेटफ़ॉर्म को एग्रीगेटर के सामान्य डाटाबेस से भी जोड़ता है, जो उनके डाटा को एक साथ जोड़ने के उद्देश्य से आयात करता है, सामूहिक नागरिक जलवायु कार्रवाई से प्रभाव के एक बड़े दायरे को मापता है और रिपोर्ट करता है।
'काउंट उस इन' भागीदारों और व्यक्तियों के विविध गठबंधन का प्रतिनिधित्व करता है। ग्लोबल सिटीजन से INGKA ग्रुप / IKEA से टोटेनहैम हॉटस्पर F.C तक, 'काउंट अस इन' का उद्देश्य एक अरब लोगों को अपने कार्बन प्रदूषण को कम करने और नेताओं को परिवर्तन को साहसपूर्वक चुनौती देने के लिए प्रेरित करना है। खड़े होकर और कार्रवाई करके, समुदायों के पास दुनिया की बहुसंख्यक वैश्विक उत्सर्जन के लिए ज़िम्मेदार नेताओं और कंपनियों पर दबाव बनाने की शक्ति होती है।
कोविड -19 महामारी के बीच, दुनिया भर में व्यक्ति अपने प्रमुख चिंताओं में से एक के रूप में जलवायु परिवर्तन को बताते हैं। ब्रिटेन, भारत और अमेरिका सहित 27 देशों के हालिया सर्वेक्षण में पाया गया कि 90% जलवायु परिवर्तन को 'बहुत गंभीर' या 'कुछ हद तक गंभीर' मुद्दा मानते हैं। हालांकि, कई देशों में, 45% से कम उत्तरदाताओं ने तत्काल कार्रवाई के साथ दृढ़ता से सहमति व्यक्त की।
'काउंट उस इन' मौजूदा कार्यकर्ताओं से परे समुदायों को संलग्न करता है। आंदोलन का उद्देश्य गैर-कार्यकर्ता मध्य तक पहुंचना है - एक समूह जिसमें सबसे बड़ा कार्बन पदचिह्न है और राजनेताओं और व्यवसायों के साथ महत्वपूर्ण प्रभाव है। यह दर्शक क्या करते, कहते, और खरीदते हैं, न केवल सीधे कार्बन प्रदूषण को कम करेगा, बल्कि व्यापक सिस्टम परिवर्तन का चालक/ड्राइवर भी बनेगा।
वहीँ क्रिस्टियाना फिग्यूरेस, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व जलवायु प्रमुख, जिन्होंने क्लाइमेट चेंज पर लैंडमार्क पेरिस समझौते की डिलीवरी की देखरेख की थी, कहती हैं, "हमारे पास वो करने के लिए एक दशक से भी कम समय है जो विज्ञान के मुताबिक आवश्यक है - 2030 तक उत्सर्जन को कम करना। हमारी अर्थव्यवस्था को जलने और नष्ट करने से पुनर्निर्माण और पुनर्जीवित के लिए बदलना पूरी तरह से संभव है। जलवायु परिवर्तन हम सभी को अभी प्रभावित करता है, और इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, हम सभी को इससे निपटने के लिए एजेंसी/एकजुट होना की ज़रुरत है। "
TED के प्रमुख और TED काउंटडाउन के संस्थापक क्रिस एंडरसन ने कहा, “कल्पना कीजिए कि अगर एक अरब लोगों ने जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए कार्रवाई की तो दुनिया कैसी दिखेगी। हम सभी सरल व्यावहारिक कदम उठाकर फर्क कर सकते हैं। काउंट उस इन।”
30 देशों के स्टोर वाले सबसे बड़े IKEA फ्रेंचाइजी, INGKA ग्रुप की चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर पिया हाईडेनमार्क कुक ने कहा, "हम मानते हैं कि तात्कालिकता और आशावाद कार्रवाई का निर्माण करते हैं, और हमें अब कार्य करने की आवश्यकता है। कई समाधान पहले से ही मौजूद हैं और अगर हम सभी अपना हिस्सा करते हैं, तो हम जलवायु संकट की समस्या को हल कर सकते हैं। आईकेईए 2030 तक जलवायु सकारात्मक बनने के लिए प्रतिबद्ध है, और जब हम एक व्यवसाय के रूप में कअपना भाग निभाते हैं और अपने स्टोर और अन्य स्पर्श बिंदुओं में प्रेरणा के माध्यम से ग्राहकों को अपना भाग निभाने में सक्षम करते हैं, हमारे बेटर लिविंग ऐप और काउंट अस इन के माध्यम से, तो हम बदलाव प्रभावित कर /फ़र्क़ ला सकते हैं !"
रिचर्ड कर्टिस, फिल्म निर्माता और मेक माई मनी मैटर के संस्थापक ने कहा: "दुनिया भर में, हम सक्रियता के विस्फोट को देख रहे हैं क्योंकि लाखों लोग तत्काल पूछते हैं कि 'मैं वास्तव में जलवायु संकट के बारे में क्या कर सकता हूं?' अपने पैसे की ग्रीनिंग करना सबसे शक्तिशाली चीजों में से एक है जो हममें से कोई भी जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए कर सकता है, और इसलिए हम 'काउंट उस इन' के साथ भागीदारी करने के लिए अति रोमांचित हैं - एक शानदार मंच जो हम सभी को उन तरीकों की खोज करने में मदद करने के लिए है जिनसे हम एक बेहतर दुनिया का निर्माण कर सकते हैं, और हमे जो प्रिय है उसकी रक्षा कर सकते हैं।”
आज तक, जलवायु कार्रवाई अभियानों ने कार्यकर्ताओं, शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और कइयों को प्रेरित किया है। 'काउंट अस इन' दुनिया भर में एक अरब लोगों को शामिल करने के लिए इस पहल का विस्तार करने वाला पहला वैश्विक आंदोलन है। अधिक जानने और कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध होने के लिए, count-us-in.org पर जाएं।
'काउंट उस इन' के बारे में:
'काउंट अस इन' लोगों और संगठनों का एक समुदाय है जो, इससे पहले के बहुत देर हो जाए, जलवायु परिवर्तन से खुद को जो प्रिय हो उस की सुरक्षा के लिए व्यावहारिक कदम उठा रहा है। काउंटडाउन के ठीक बाद लॉन्च किया गया 'काउंट अस इन' की अगले दशक में मिशन है 1 बिलियन लोगों को अपने कार्बन प्रदूषण को कम करने के लिए प्रेरित करना और नेताओं को चुनौती देना कि वे वैश्विक व्यवस्था परिवर्तन प्रदान करने के लिए साहसपूर्वक कार्य करें। यह स्पोर्ट्स (खेल), व्यवसायों, धार्मिक निष्ठा, युवाओं और नागरिक समाज को एक साथ लाता है ताकि वो जिसे प्रिय मानते हों उसकी रक्षा करें, ऐसे बदलाव लायें जो मायने रखतें हों, खुद के साथ भलाई करें और बड़े पैमाने में जुड़कर गिने जाएँ। Count-us-in.org पर और जानें।


काउंटडाउन के बारे में:


काउंटडाउन जलवायु संकट के समाधान में तेजी लाने के लिए एक वैश्विक पहल है, जो विचारों को कार्रवाई में बदल रहा है। लक्ष्य बेहतर भविष्य का निर्माण करना है, एक शून्य कार्बन दुनिया की दौड़ में - एक ऐसी दुनिया जो सभी के लिए सुरक्षित, स्वच्छ और निष्पक्ष है - ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती करके 2030 तक उसे आधा करना। TED और फ्यूचर स्टीवर्ड्स द्वारा संचालित और भागीदारों का एक असाधारण गठबंधन के साथ, काउंटडाउन वैज्ञानिकों, कार्यकर्ताओं, उद्यमियों, शहरी योजनाकारों, किसानों, सीईओ, निवेशकों, कलाकारों, सरकारी अधिकारियों और अन्य लोगों को सबसे प्रभावी, सबूत-आधारित विचारों को खोजने और सक्रिय करने के लिए एक साथ लाता है। 


फिल्मों-टीवी सीरियल की शूटिंग के लिए सरकार ने जारी की गाइडलाइंस


केंद्र सरकार ने फिल्मों और टीवी प्रोग्राम के लिए शूटिंग को लेकर विस्तृत गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को ट्विटर पर SOP जारी की, जिसमें सामाजिक दूरी के नियमों के पालन को अनिवार्य किया गया है।
इस गाइडलाइंस में सभी जगहों पर फेस मास्क के प्रयोग और फिजिकल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य किया गया है। यह नियम कलाकारों पर लागू नहीं होगा, लेकिन उनके अलावा सभी को इसका पालन करना होगा। कैमरा पोजिशंस और कैमरा लोकेशंस में भी दूरी बनाकर रखना होगी।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, एसओपी शूट स्थानों और अन्य कार्य स्थानों पर पर्याप्त उचित दूरी को सुनिश्चित करता है। इसके साथ ही उचित स्वच्छता, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षात्मक उपकरणों के लिए प्रावधान और उपाय शामिल है। हेयर स्टाइलिस्टों और मैकअप आर्टिस्टों को पीपीई किट पहनकर काम किया जाएगा।


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