उच्च न्यायालय जबलपुर ने मध्य प्रदेश के फॉरेस्ट रेंजर के प्रमोशन के लिए डीपीसी 60 दिवस में किए जाने का किया आदेश पारित

शासन प्रशासन से गुहार करने के बाद एमपी रेंजर एसोसिएशन ने हाई कोर्ट जबलपुर में दायर की थी याचिका

Aapkedwar news–अजय अहिरवार

टीकमगढ़–मध्य प्रदेश में वन विभाग ही नहीं अपितु संपूर्ण विभाग अपनी विभागीय समस्याओं से शासन की नीतियों के कारण परेशान हो रहे हैं, जिसका उदाहरण मध्य प्रदेश अंतर्गत कार्यरत फॉरेस्ट रेंजर का कैडर भी है, जिसके लिए शासन और प्रशासन ने आज तक रेंजर कैडर के लिए न तो सेवा भर्ती नियम बनाए हैं ,और न ही उसके ग्रेड पे का उन्नयन किया गया। जबकि 2006 के बाद उसका ग्रेड पे उन्नयन की जगह अवनत कर दिया। जिसके लिए एमपी रेंजर एसोसिएशन लगातार संघर्षरत है। वही रेंजर कैडर में रेंजर से ही भर्ती होने और रेंजर से सेवा निवृत्त हो रहे रेंजरों की समस्याओं को देखते हुए रेंजर कैडर के प्रमोशन कराए जाने हेतु शासन और प्रशासन स्तर से प्रयास करने के बाद जब सफलता नहीं मिली, तब एमपी रेंजर एसोसिएशन ने हाई कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाकर प्रमोशन किए जाने के लिए याचिका दाखिल की गई थी

उक्त याचिका के संबन्ध में एमपी रेंजर एसोसिएशन के द्वारा बताया गया कि मध्य प्रदेश शासन में वर्ष 2016 के बाद से वर्तमान तक वन क्षेत्रपाल (फॉरेस्ट रेंजर)से सहायक वन संरक्षक (एसीएफ)पद पर रेगुलर पदोन्नति नहीं किए जाने और मध्य प्रदेश शासन द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर एसएलपी/2016 का बहाना लेकर पदोन्नति नहीं करने के कारण अपने हक और अधिकारों की रक्षा के लिए  मध्यप्रदेश स्टेट फॉरेस्ट रेंज ऑफीसर (राजपत्रित) एसोसिएशन की ओर से उच्च न्यायालय जबलपुर में याचिका दायर की गई जिस पर उच्च न्यायालय जबलपुर  ने दिनांक 17 सितंबर 2024 को शासन को 60 दिवस के अंदर  नियमित पदोन्नति (रेगुलर प्रमोशन)हेतु डीपीसी किए जाने का आदेश पारित कर दिया है।

साथ ही उक्त पारित आदेश में शासन को यह भी निर्देशित किया गया है कि मध्य प्रदेश शासन एसएलपी/2016 का बहाना नहीं बनाएगी। उक्त याचिका के निर्णय के बाद एमपी रेंजर एसोसिएशन में खुशी की लहर दौड़ गई है।

जिसके लिए अब एमपी रेंजर एसोसिएशन उक्त आदेश की कॉपी के साथ एक प्रेजेंटेशन लेटर शासन और प्रशासन को देगी, जिसमें 60 दिवस के अन्दर डीपीसी करने की बात को लिखते हुए अपने कैडर के प्रमोशन को शीघ्र करवाएगी।

यदि उक्त अवधि में निराकरण शासन स्तर से नहीं किया जाता है तो एमपी रेंजर एसोसिएशन पुनः उच्च न्यायालय जबलपुर का दरवाज़ा खटखटाकर कंटेम्प्ट की कार्यवाही के लिए प्रतिबद्ध होगी। 




22 सितंबर 2024,रविवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:10 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:17 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वी.नि.संवत- 2550* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

उत्तर  गोल 

*ऋतु* : शरद  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज आश्विन  माह कृष्ण पक्ष *पंचमी  तिथि* 15:53 बजे तक फिर षष्ठी  तिथि चलेगी है।

💥 *नक्षत्र* कृतिका नक्षत्र 23:01 बजे  तक पश्चात रोहिणी है।

    *योग* :- आज *वज्र*  है।  *करण*  :-आज   *तैतिल* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा, गण्डमूल नहीं है ।

*अग्निवास*: आज पाताल में   है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*राहूकाल* :आज 16:46 बजे से 18:17 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:50बजे से 12:38 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*त्योहार* - पंचमी का श्राद्ध

*मुहूर्त* :-  कोई नहीं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कन्या, चन्द्र-वृष, मंगल-मिथुन, बुध-सिंह, गुरु-वृष, शुक्र-तुला, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

उद्वेग 06:07 - 07:38 अशुभ

चर 07:38 - 09:08 शुभ

लाभ 09:08 - 10:39 शुभ

अमृत 10:39 - 12:10 शुभ

काल 12:10 - 13:40 अशुभ

शुभ 13:40 - 15:11 शुभ

रोग 15:11 - 16:42 अशुभ

उद्वेग 16:42 - 18:12 अशुभ

*🌓चोघडिया, रात*

शुभ 18:12 - 19:42 शुभ

अमृत 19:42 - 21:11 शुभ

चर 21:11 - 22:40 शुभ

रोग 22:40 - 24:10*अशुभ।

 *अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस, में “विलुप्तप्राय बुंदेली लोक आख्यान में संस्कृति दर्शन” विषयक परिचर्चा का हुआ आयोजन

टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार

   टीकमगढ़ / दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान के अन्तर्गत भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित परियोजना “विलुप्त प्राय बुंदेली लोक आख्यान : कारसदेव, धर्मासाँवरी, हरदौल, सुरहन गऊ, राजा जगदेव, राजा मोरध्वज में संस्कृति दर्शन” विषयक परिचर्चा का आयोजन ज़िले के प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस शा. स्नातकोत्तर महाविद्यालय के विवेकानंद सभागार में किया गया। परिचर्चा में टीकमगढ़ से बुंदेली लोक संस्कृति, इतिहास, लेखन में रुचि रखने वाले विद्वानों और बुंदेली गाथाओं को गाने वाले गाथाकारों ने अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता दी।

परिचर्चा में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. के सी. जैन ने अपना स्वागत भाषण दिया। परिचर्चा की भूमिका रखते हुए परियोजना के समन्वयक डॉ. धर्मेंद्र पारे ने बताया कि पुराने जमाने में कथाएँ, गाथाएँ लोगों को कंठस्थ रहती थीं, लेकिन आधुनिक होते समाज में अब यह प्रवृति विलुप्त होती जा रही है। इसीलिए इसे संरक्षित करने की आवश्यकता है।

इसी क्रम में नव-मधुकर ई पत्रिका के संपादक श्री रामगोपाल रैकवार ने सुरहन गऊ गाथा पर अपने विचार रखते हुए गाथा गायन भी किया। शा. ज़िला पुस्तकालय, टीकमगढ़ के अध्यक्ष श्री विजय मेहरा और सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. एम. एल. प्रभाकर ने कारसदेव गाथा के अनछुए पहलुओं पर विस्तार से अपने विचार रखे। कवि श्री गुलाब यादव ने लोकदेवता कारसदेव की गोटों के संदर्भ में अपने महत्वपूर्ण विचार साझा किए। आकाशवाणी के लोक कलाकार श्री जयहिन्द सिंह ने राजा जगदेव की भगतें गाकर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। आकांक्षा और अनुभूति बुंदेली साहित्यिक पत्रिका के संपादक श्री राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने लाला हरदौल के अज्ञात तथ्यों पर प्रकाश डाला। प्रसिद्ध बुंदेली साहित्यकार श्री उमाशंकर खरे ने लाला हरदौल के ऐतिहासिक पक्षों पर विस्तार से चर्चा की। वरिष्ठ बुंदेली साहित्यकार श्री अजीत श्रीवास्तव, लेखक श्री ओ. पी. तिवारी ‘कक्का’ ने समग्रता में बुंदेली गाथाओं की प्रासंगिकता और उनको संरक्षित किए जाने के महत्व पर अपने विचार रखे। ज़िले के वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार श्री राजेंद्र अध्वर्यु ने बुंदेली लोक संस्कृति को संरक्षित करने के संस्था के प्रयास की भूरि-भूरि प्रसंशा की और गाथाओं से संबंधित अनेक संदर्भों, प्रकाशनों के बारे में बहुमूल्य जानकारी साझा की। बाल साहित्य विद् श्री ओमप्रकाश तिवारी ने राजा जगदेव आख्यान पर अपने विचार रखे, वहीं बुंदेली लोक कलाकार श्री हेमेंद्र तिवारी ने लाला हरदौल चरित पर अपना संक्षिप्त वक्तव्य दिया। कार्यक्रम के अंत में श्री रामगोपाल रैकवार द्वारा संपादित ई पत्रिका “नव-मधुकर” का विमोचन किया गया।

परिचर्चा में दत्तोपंत ठेंगड़ी संस्था की ओर से डॉ. धर्मेंद्र पारे, श्री शिवम शर्मा व सुश्री माधुरी कौशल उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री शिवम शर्मा ने किया।



21सितंबर 2024,शनिवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:09 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:18 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वी.नि.संवत- 2550* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

उत्तर  गोल 

*ऋतु* : शरद  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज आश्विन  माह कृष्ण पक्ष *चतुर्थी  तिथि* 18:13 बजे तक फिर पंचमी  तिथि चलेगी है।

💥 *नक्षत्र* भरणी नक्षत्र 24:35 बजे  तक पश्चात कृतिका है।

    *योग* :- आज *व्याघात*  है।  *करण*  :-आज   *बव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा, गण्डमूल नहीं है ।

*अग्निवास*: आज पृथ्वी पर   है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पूर्व दिशा में।

*राहूकाल* :आज 09:11 बजे से 10:42 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:50बजे से 12:38 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*त्योहार* - चतुर्थी का श्राद्ध

*मुहूर्त* :-  कोई नहीं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कन्या, चन्द्र-मेष, मंगल-मिथुन, बुध-सिंह, गुरु-वृष, शुक्र-तुला, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

काल 06:07 - 07:37 अशुभ

शुभ 07:37 - 09:08 शुभ

रोग 09:08 - 10:39 अशुभ

उद्वेग 10:39 - 12:10 अशुभ

चर 12:10 - 13:41 शुभ

लाभ 13:41 - 15:12 शुभ

अमृत 15:12 - 16:43 शुभ

काल 16:43 - 18:13 अशुभ

*🌓चोघडिया, रात*

लाभ 18:13 - 19:43 शुभ

उद्वेग 19:43 - 21:12 अशुभ

शुभ 21:12 - 22:41 शुभ

अमृत 22:41 - 24:10*शुभ

 *अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

20 सितंबर 2024,शुक्रवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:09 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:20 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वी.नि.संवत- 2550* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

उत्तर  गोल 

*ऋतु* : शरद  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज आश्विन  माह कृष्ण पक्ष *तृतीया  तिथि* 21:15 बजे तक फिर चतुर्थी  तिथि चलेगी है।

💥 *नक्षत्र* अश्वनी नक्षत्र 26:42 बजे  तक पश्चात भरणी है।

    *योग* :- आज *ध्रुव*  है।  *करण*  :-आज   *वनिज* हैं।

 💫 *पंचक* :-

आज  05:14 बजे पर समाप्त  है,भद्रा 10:55 से 21:15 बजे तक है।  गण्डमूल है ।

*अग्निवास*: आज आकाश में  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*राहूकाल* :आज 10:42बजे से 12:14 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:50बजे से 12:38 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*त्योहार* - तृतीया का श्राद्ध

*मुहूर्त* :-  कोई नहीं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कन्या, चन्द्र-मेष, मंगल-मिथुन, बुध-सिंह, गुरु-वृष, शुक्र-कन्या, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

[20/09, 04:13] ज्योतिषाचार्यडॉ एच सी जैन: *🌞चोघडिया, दिन*

चर 06:06 - 07:37 शुभ

लाभ 07:37 - 09:08 शुभ

अमृत 09:08 - 10:39 शुभ

काल 10:39 - 12:10 अशुभ

शुभ 12:10 - 13:41 शुभ

रोग 13:41 - 15:12 अशुभ

उद्वेग 15:12 - 16:43 अशुभ

चर 16:43 - 18:15 शुभ

*🌓चोघडिया, रात*

रोग 18:15 - 19:44 अशुभ

काल 19:44 - 21:13 अशुभ

लाभ 21:13 - 22:42 शुभ

उद्वेग 22:42 - 24:11*अशुभ

[20/09, 04:14] ज्योतिषाचार्यडॉ एच सी जैन: *अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

19 सितंबर 2024, गुरुवार का पंचांग

 


*सूर्योदय :-* 06:08 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:21 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वी.नि.संवत- 2550* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

उत्तर  गोल 

*ऋतु* : शरद  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज आश्विन  माह कृष्ण पक्ष *द्वितीया  तिथि* 24:39 बजे तक फिर तृतीया  तिथि चलेगी है।

💥 *नक्षत्र* उत्तराभाद्रपद नक्षत्र 08:03 बजे  तक पश्चात रेवती है।

    *योग* :- आज *वृद्धि*  है।  *करण*  :-आज   *तैतिल* हैं।

 💫 *पंचक* :-

आज पंचक है,भद्रा नहीं गण्डमूल 08:03 बजे से है ।

*अग्निवास*: आज प्रथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज दक्षिण दिशा में।

*राहूकाल* :आज 13:46 बजे से 15:17 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:51बजे से 12:39 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*त्योहार* - द्वितीया का श्राद्ध

*मुहूर्त* :- नाम करण है अन्य कोई नहीं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कन्या, चन्द्र-मीन, मंगल-मिथुन, बुध-सिंह, गुरु-वृष, शुक्र-कन्या, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष

*🌞चोघडिया, दिन*

शुभ 06:06 - 07:37 शुभ

रोग 07:37 - 09:08 अशुभ

उद्वेग 09:08 - 10:39 अशुभ

चर 10:39 - 12:11 शुभ

लाभ 12:11 - 13:42 शुभ

अमृत 13:42 - 15:13 शुभ

काल 15:13 - 16:44 अशुभ

शुभ 16:44 - 18:16 शुभ

*🌓चोघडिया, रात*

अमृत 18:16 - 19:44 शुभ

चर 19:44 - 21:13 शुभ

रोग 21:13 - 22:42 अशुभ

काल 22:42 - 24:11*अशुभ

*अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

क्या होगा भारत में चंद्रग्रहण का असर क्या सूतक लगेगा ?

चंद्र ग्रहण को लेकर लोगो में बड़ी उत्सुकता और भ्राति चल रही है ।

सही मायने में 18 सितंबर पूर्णिमा  को होने वाले ग्रहण का क्या असर रहने वाला है क्या धार्मिक नियम रहेंगे ?

वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि 18 सितंबर पूर्णमा को  सूर्य क्रांति मंडल में एवम चंद्र विमंडल में अपनी अपनी कक्षाओं  में परिभ्रमण करते हुए चंद्रमा सूर्य से  छः राशि के अंतर होगा।


पृथ्वी भी सीध में होगी।

अर्थात सूर्य,पृथ्वी,चंद्रमा तीनों ही एक सीध में रहेंगे। तब पृथ्वी की छाया चंद्रमा को ढक लेती है उस समय तक जब चंद्रमा पृथ्वी की सीध में रहेगा उतने समय तक उन उन स्थानों पर ग्रहण रहेगा।

जैन ने कहा सूर्य इस समय कन्या राशि में रहेगा चंद्रमा मीन राशि में रहेगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में पश्चिम भाग के शहरों में 18 सितंबर को 06:11 बजे से 06:40 बजे तक भारत के इन नगरों में   श्रीनगर, जम्मू,अमृतसर,श्री गंगा नगर,बीकानेर,नागौर,अजमेर,जोधापूर,पाली,ब्यावर,भीलबाड़ा,नीमच,उदयपुर,कोटा,सूरत,अहमदाबाद,उज्जैन,इंदौर, जलगांव नासिक,मुबाई,पुणे,हुबली,केरल,एवम यहां से पश्चिम के शहरो में  मांध्य अर्थात छाया रूप में दिखेगा।

 इस ग्रहण का मांध्य  ग्रहण होने से इसका भारत में कही पर भी धार्मिक दृष्टि से कोई महत्व, नहीं है और नहीं कोई भी यम,नियम,सूतक आदि मान्य है।

यह चंद्र ग्रहण खण्डग्रास चंद्रग्रहण के रूप में अमेरिका ,अफ्रीका,यूरोप में दिखाई देगा और इन देशों पर अपना प्रभाव रखेगा ।

भारतीय समय अनुसार ग्रहण का स्पर्श 07:43 बजे मध्य 08:14 बजे और मोक्ष 08:46 बजे पर जिन देशों में खंडग्रास चंद्रग्रहण होगा वहा इस के प्रभाव रहेगा भारत में नहीं नहीं ।

18 सितंबर 2024, बुधवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:08 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:22 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वी.नि.संवत- 2550* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

उत्तर  गोल 

*ऋतु* : शरद  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष *पूर्णिमा  तिथि* 08:04 बजे तक फिर प्रतिपदा  तिथि चलेगी है।

💥 *नक्षत्र* पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र 10:59 बजे  तक पश्चात उत्तराभाद्रपद है।

    *योग* :- आज *गंड*  है।  *करण*  :-आज   *बव* हैं।

 💫 *पंचक* :-

आज पंचक है,भद्रा, गण्डमूल नहीं है ।

*अग्निवास*: आज प्रथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज उत्तर दिशा में।

*राहूकाल* :आज 12:14बजे से 13:46 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:51बजे से 12:39 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*त्योहार* - भाद्रपद  पूर्णिमा,प्रतिपदा का श्राद्ध,सन्यासियों का चातुर्मास पूर्ण

*मुहूर्त* :- नाम करण है अन्य कोई नहीं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कन्या, चन्द्र-मीन, मंगल-मिथुन, बुध-सिंह, गुरु-वृष, शुक्र-कन्या, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

लाभ 06:05 - 07:37 शुभ

अमृत 07:37 - 09:08 शुभ

काल 09:08 - 10:40 अशुभ

शुभ 10:40 - 12:11 शुभ

रोग 12:11 - 13:42 अशुभ

उद्वेग 13:42 - 15:14 अशुभ

चर 15:14 - 16:45 शुभ

लाभ 16:45 - 18:17 शुभ

*🌓चोघडिया, रात*

उद्वेग 18:17 - 19:45 अशुभ

शुभ 19:45 - 21:14 शुभ

अमृत 21:14 - 22:43 शुभ

चर 22:43 - 24:11*शुभ

*अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

17 सितंबर 2024, मंगलवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:07 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:23 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वी.नि.संवत- 2550* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

उत्तर  गोल 

*ऋतु* : शरद  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष *चतुर्दशी  तिथि* 11:44 बजे तक फिर पूर्णिमा  तिथि चलेगी है।

💥 *नक्षत्र* शतभिषा नक्षत्र 13:52 बजे  तक पश्चात पूर्वाभाद्रपद  है।

    *योग* :- आज *शूल*  है।  *करण*  :-आज   *वणिज* हैं।

 💫 *पंचक* :-

आज पंचक है,भद्रा 11:44 से 21:55 तक गण्डमूल नहीं है ।

*अग्निवास*: आज पाताल में    है।

☄️ *दिशाशूल* : आज उत्तर दिशा में।

*राहूकाल* :आज 15:19 बजे से 16:51 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:51बजे से 12:39 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*त्योहार* - अनंत चतुर्दशी व्रत,पूर्णिमा श्राद्ध,भगवान वासु पूज्य मोक्ष

*मुहूर्त* :- कोई नहीं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-कन्या, चन्द्र-कुंभ, मंगल-मिथुन, बुध-सिंह, गुरु-वृष, शुक्र-कन्या, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष 

 *🌞चोघडिया, दिन*

रोग 06:05 - 07:37 अशुभ

उद्वेग 07:37 - 09:08 अशुभ

चर 09:08 - 10:40 शुभ

लाभ 10:40 - 12:11 शुभ

अमृत 12:11 - 13:43 शुभ

काल 13:43 - 15:15 अशुभ

शुभ 15:15 - 16:46 शुभ

रोग 16:46 - 18:18 अशुभ

*🌓चोघडिया, रात*

काल 18:18 - 19:46 अशुभ

लाभ 19:46 - 21:15 शुभ

उद्वेग 21:15 - 22:43 अशुभ

शुभ 22:43 - 24:12*शुभ

*अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

प्रतिपदा तिथि का क्षय होने से एक दिन पहले चतुर्दशी को पूर्णिमा का श्राद्ध

 पितरों की आत्माशांति और परिवार में सुख, शांति,समृद्धि प्राप्ति के लिए पितृ पक्ष का समय बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। 

धार्मिक मान्यता है कि इस महीने में श्राद्ध,तर्पण और पिंडदान से पितरों को मोक्ष मिलता है। कहा जाता है कि हर साल पितृ पक्ष में पूर्वज पितृ लोक से धरती लोक पर आते हैं और श्राद्ध मिलने पर प्रसन्न होते हैं। इसलिए पितरों की पूजा,तर्पण के कार्य श्राद्ध पक्ष में बेहद उत्तम माने जाते हैं।

वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन के अनुसार, इस साल 17 सितंबर चतुर्दशी मंगलवार  से पितृ पक्ष शुरू हो रहा है और 2 अक्टूबर को तक चलेगा। 

कारण  इस बार पूर्णिमा और आश्विन कृष्ण प्रतिपदा एक ही दिन18 सितंबर बुधवार को है।

पूर्णिमा प्रारंभ 17 सितंबर मंगलवार 11:44 बजे से 18 सितंबर बुधवार प्रातः 08:04 बजे तक इसी दिन प्रतिपदा रात्रि 04:19 बजे तक चलेगी यानी सूर्योदय से पहले समाप्त हो जायेगी इसलिए पूर्णिमा का श्राद्ध 17 सितंबर मंगलवार को और प्रतिपदा का श्राद्ध 18 सितंबर बुधवार  पूर्णिमा के दिन होगा।

जैन ने कहा  इस दौरान पूर्वज और पितरों के लिए आश्विन कृष्ण पक्ष में पितृ तर्पण और श्राद्ध कर्म अति आवश्यक माने जाते हैं। इससे जीवन में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।

 किस दिन कोनसा श्राद्ध करे

 17 सितंबर मंगलवार पूर्णिमा श्राद्ध

18 सितंबर बुधवार प्रतिपदा श्राद्ध

19 सितंबर गुरुवार द्वितीया श्राद्ध

 20 सितंबर शुक्रवार तृतीया श्राद्ध

21 सितंबर  शनिवार चतुर्थी श्राद्ध

 22 सितंबर, रविवार  पंचमी  श्राद्ध

 23 सितंबर, सोमवार षष्ठी/सप्तमी श्राद्ध

24 सितंबर, मंगलवार अष्टमी श्राद्ध

 25 सितंबर, बुधवार  नवमी श्राद्ध मातृ नवमी सौभाग्यवती श्राद्ध

26 सितंबर,  गुरुवार  दशमी श्राद्ध

27 सितंबर, शुक्रवार एकादशी श्राद्ध

 29 सितंबर, रविवार द्वादशी श्राद्ध,प्रदोष व्रत,सन्यासियो का श्राद्ध

30 सितंबर सोमवार  त्रयोदशी श्राद्ध

01 अक्टूबर, मंगलवार चतुर्दशी श्राद्ध

 2 अक्टूबर,बुधवार सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध

16 सितंबर 2024, सोमवार का पंचांग

 


सूर्योदय :-* 06:07 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:24 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वी.नि.संवत- 2550* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

उत्तर  गोल 

*ऋतु* : शरद  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष  *त्रियोदशी  तिथि* 15:10 बजे तक फिर चतुर्दशी  तिथि चलेगी है।

💥 *नक्षत्र* धनिष्ठा नक्षत्र 16:32 बजे  तक पश्चात शतभिषा  है।

    *योग* :- आज *सुकर्मा*  है।  *करण*  :-आज   *तैतिल* हैं।

 💫 *पंचक* :-

आज पंचक है,भद्रा, गण्डमूल नहीं है ।

*अग्निवास*: आज पृथ्वी पर    है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पूर्व दिशा में।

*राहूकाल* :आज 07:38 बजे से 09:11 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:51बजे से 12:39 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*त्योहार* - 

*मुहूर्त* :- सगाई, वाहन ,नामकरण,अन्न प्रासन है अन्यकोई नहीं।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-सिंह, चन्द्र-कुंभ, मंगल-मिथुन, बुध-सिंह, गुरु-वृष, शुक्र-कन्या, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

अमृत 06:05 - 07:36 शुभ

काल 07:36 - 09:08 अशुभ

शुभ 09:08 - 10:40 शुभ

रोग 10:40 - 12:12 अशुभ

उद्वेग 12:12 - 13:44 अशुभ

चर 13:44 - 15:15 शुभ

लाभ 15:15 - 16:47 शुभ

अमृत 16:47 - 18:19 शुभ

*🌓चोघडिया, रात*

चर 18:19 - 19:47 शुभ

रोग 19:47 - 21:15 अशुभ

काल 21:15 - 22:44 अशुभ

लाभ 22:44 - 24:12*शुभ

 *अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*


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*सूर्योदय :-* 06:28 बजे   *सूर्यास्त :-* 17:42 बजे  *विक्रम संवत-2081* शाके-1946  *वी.नि.संवत- 2550*  *सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन, उत्तर  गोल  ...