जैन समाज ज्योतिषगौरव की उपाधि से सम्मानित हुए ज्योतिषाचार्य डॉ जैन

   


मैंने कभी सोचा भी ना था कि कोई ऐसा भी क्षण आएगा जब मुझे आचार्य भगवन विद्यासागर जी द्वारा दीक्षित संघस्थ किसी संत का इतना बड़ा आशीर्वाद धर्म सभा में  मिलेगा यह कहना है ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन का वो क्षण आज आया  परम पूज्य 105 आर्यिका पूर्णमति माताजी के श्री विद्यापूर्ण चातुर्मास  निष्ठापन  गौरवमय तरीके से  ग्वालियर में 03 नवंबर 2024 के दिन चातुर्मास स्थल पर चल रहा था उस समय श्री विद्यापूर्ण वर्षायोग समिति ने सदन  में उपस्थित जनसमूह में परमपूज्य पूर्णमति माता जी का  बातसल्यमय आशीर्वाद प्रदान किया इस अवसर पर श्री  विद्यापूर्ण वर्षा योग समिति मुरार ने ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन को उनके तीन दशक से ज्योतिष के क्षेत्र में लगातार कार्य करते रहने पर "जैनसमाज ज्योतिषगौरव" की उपाधि से सम्मानित किया।

संघ ' की मांग में ' उधार का सिन्दूर '

 

आज के आलेख का शीर्षक पढ़कर आप मुझे संघ यानि आरएसस का विरोधी न समझ लें ।  मै संघ से असहमत हो सकता हूँ लेकिन उसका धुर विरोधी नहीं। दुनिया में मेरे अनेक संघी मित्र हैं और मित्र ही नहीं, अभिन्न मित्र हैं ,क्योंकि वे गुरु गोलवलकर की तरह जखड्डी नहीं बल्कि रज्जू भैया की तरह उदार हृदय हैं। संघ यानि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अगले साल 25  सितंबर को अपने 100  वर्ष पूरे कर लेगा ,लेकिन इस शताब्दी को छूते-छूते संघ अनेक मामलों में सम्पन्न होते-होते विपन्न हो गया है। यहां तक कि अब उसके पास अपने नारे तक नहीं बचे हैं। संघ ने मजबूरन अपनी मांग में उधार का सिन्दूर भरना शुरू कर दिया है।

संघ आजकल अपने नए नारे ' बंटोगे तो कटोगे ' को लेकर सुर्ख़ियों में है ,लेकिन ये नारा संघ की अपनी खोज नहीं है ।  इस नारे के जनक गैर-संघी  हिंदूवादी नेता और उत्तरप्रदेश के उत्तरदायी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं।  योगी जी ने ये नारा आम चुनाव के बाद 2024  में भाजपा की अप्रत्याशित पराजय के बाद गढ़ा और 4  जून 2024  के बाद देश में हुए अनेक राज्यों के विधानसभा चुनावों में इसका इस्तेमाल किया।  योगी जी का नारा कट्टर हिन्दुओं के सिर चढ़कर बोलता दिखा तो धीरे से संघ ने इस नारे को सिन्दूर समझकर अपनी मांग में भर लिया।  संघ के बड़े नेता दत्तात्रय होसबोले ने सबसे पहले इस नारे का समर्थन किया और आज न केवल संघ बल्कि पूरी भाजपा इस नारे के सहारे देश में साम्प्रदायिकता की नई इबारत लिखने में जुटी हुई है।

' बंटोगे तो कटोगे ' का नारा सिहरन पैदा करने वाला है।  इस नारे से सबसे ज्यादा सिहरन उत्तर प्रदेश में देखी जा रही है ।  उत्तर प्रदेश में ही भाजपा को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की युति की वजह से लोकसभा में धूल चाटना पड़ी थी।  संघ और योगी के इस नारे के जबाब में कांग्रेस ने तो कोई नारा नहीं गढ़ा  किन्तु समाजवादी पार्टी ने एक नारा जरूर गढ़ लिया कि -'जुड़ोगे तो जीतोगे ' इस नारे से सिहरन नहीं होती।  ये नारा उम्मीदों का नारा लगता है। समाजवादी पार्टी  ने इस नारे से पहले पीडीए का फार्मूला इस्तेमाल किया था और सपा का नया नारा भी इसी फार्मूले का परिष्कृत संस्करण है।  अब इसी महीने ऊपर में होने वाले विधानसभा के उप चुनावों में इन दोनों नारों का परीक्षण भी हो जाएगा। मेरे हिसाब से ये नारे नहीं बल्कि सियासी मिसाइलें हैं। देखना है कि कौन सी मिसाइल ,कितनी मारक साबित होती है ?

बात संघ की मांग में उधार के सिन्दूर की है ।  संघ की सम्पन्नता और विपन्नता को जानने के लिए आपको मेरे साथ संघ  के 99  साला सफर का विंहगावलोकन करना होगा। आप सभी जानते हैं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 27 सितंबर सन् 1925 में विजयादशमी के दिन डॉ॰ केशव हेडगेवार द्वारा की गयी थी।ये वो दौर था जब देश दासता कि बेड़ियों में जकड़ा था और इससे मुक्ति के लिए छटपटा रहा था। संघ का मकसद  प्रारंभिक प्रोत्साहन हिंदू अनुशासन के माध्यम से चरित्र प्रशिक्षण प्रदान करना था और हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए हिंदू समुदाय को एकजुट करना था।जबकि उसी दौर में महात्मा मोहनदास करमचंद गांधी उस समय के पीडीए के फार्मूले पर पूरे देश को एकजुट कर नया भारत बनाने के लिए प्रयास कर रहे थे। जीत गांधी की हुई । हेडगेवार का सपना पूरा नहीं हो सका।  भारत आजाद हुआ तो पाकिस्तान की तरह धार्मिक राष्ट्र नहीं बना बल्कि  एक ऐसा प्रभुता सम्पन्न देश बना जिसमें सभी धर्मों के लिए समान अवसर और सम्मान हासिल था। संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार लगातार 15  साल तक अपने उद्देश्य की पूर्ती के लिए कोशिश करते रहे और हिन्दू  राष्ट्र का अधूरा सपना लिए ही चल बसे।  उनके बाद माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर ने संघ कि कमान सम्हाली।

गुरु गोलवलकर के नाम से लोकप्रिय माधवराव सदा शिवराव ने संघ को लगातार 33  साल तक अपने खून-पसीने से सींचा और वे 1940  से 1973  तक संघ के सर्व सम्मत मुखिया रहे।  ये दौर आजादी के बाद  नेहरू,शास्त्री और इंदिरा गाँधी का दौर था।  इन तीनों प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल में संघ का प्रसार खूब हुआ । पाबंदियां भी लगीं रहीं किन्तु संघ का सपना पूरा नहीं हुआ।  अनेक सपने ऐसे होते हैं जो आसानी से पूरे नहीं होते ।  गुरु गोलवलकर भी डॉ हेडगेवार की तरह भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने में नाकाम रहे और चल बसे। गुरु गोलवलकर के बाद  एक और माधवराव आये उनका पूरा नाम माधवराव दत्तात्रय देवरस था।

 देवरस का संघ भी ठीक वैसा ही संघ था जैसा हेडगेवार साहब चाहते थे ।  देवरस साहब ने लगातार 21  साल १९७३ से 1994 तक देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने के अधूरे सपने को पूरा करने में अपना पसीना बहाया,लेकिन वे भी कामयाब नहीं हुये । हाँ देवरस के काल  में संघ को तत्कालीन  प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी द्वारा देश पर थोपे गए आपातकाल का सामना करना पड़ा ।  ये समय संघ की सक्रियता का एक तरह से नया युग था ।  इस 19 महीने के काले समय में संघ के स्वयंम सेवकों ने भूमिगत रहकर देश में हिंदुत्व का रंग भरने कि भरपूर कोशिश  की। संघ को इसका प्रतिफल भी मिला लगभग 50  साल के  प्रतीक्षा के बाद 1996  में संघ के प्रचारक माननीय अटल बिहारी बाजपेयी देश के प्रधानमंत्री बने।लेकिन तब तक  देवरस काल समाप्त हो चुका था। 1994  में ही देवरस संघ के लिए उपलब्ध नहीं रह पाए ।  उनकी जगह रज्जु भैया ने संघ की कमान  सम्हाल  ली थी ,इसलिए सत्ता के शीर्ष तक पहुँचने का सुयश रज्जू भय के खाते में दर्ज हुआ। रज्जू भैया 1994  से 2000 तक संघ के सर्वे-सवा रहे।  ये रज्जू भैया  की सबसे बड़ी उपलब्धि रही। बावजूद उन्हें अल्पकाल में ही संघ कि कमान छोड़ना पड़ी।

संघ के नए प्रमुख 2000  में किसी सुदर्शन बनाये गए।  उन्होंने भी ९ साल तक संघ कि खूब सेवा कि ,लेकिन उनके कार्ययकल को यादगार नहीं कहा जा सकता।  सुदर्शन जी ने समय रहते अपनी इच्छा से डॉ मोहन भागवत को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। पिछले 14  साल से डॉ मोहन भागवत संघ के अधूरे सपने में रंग भरने कि कोशिश कर रहे  हैं। डॉ भागवत जन्मे तो थे पशुओं कि सेवा के लिए लेकिन वेटनरी डाक्टर बनने के बाद उन्होंने पशुओं कि सेवा करने के बजाय संघ कि सेवा को चुना ।  वे खानदानी संघी है।  ऊके पिता भी संघ के प्रचारक थे। इसलिए उनके लिए संघ बहुत सहज प्लेटफार्म था।

डॉ मोहन भागवत को संयोग से 2014  में एक ऐसा नेता मिला जो सहोदर न होते हुए भी सहोदर जैसा था ।  उस नेता का नाम है नरेंद्र दामोदर दास मोदी।  दोनों हम उम्र हैं।  एक साथ प्रचारक रहे हैं और ये फर्क करना  मुश्किल होता है कि वे दो जिस्म एक जान नहीं है। आप मोदी में मोहन को और मोहन को देख सकते हैं । डॉ मोहन भागवत के मौजूदा 14  वर्ष के कार्यकाल में भाजपा तीसरी बार सत्ता में आयी है। लेकिन इस अवधि में भी डॉ हेडगेवार के सपने में रंग भरने में संघ को कामयाबी नहीं मिली ।  हालाँकि इस काल में संघ के हिस्से में राम जन्म भूमि विवाद का निबटारा,नए राम मंदिर का निर्माण और मंदिर में रामलला कि प्रतिमा कि स्थापना का सुयश दर्ज हो चुका है।

संघ और भाजपा के दो बड़े नेताओं कि ये जोड़ी 2024  के आमचुनाव होते होते बिखरने लगी ।  मोदी कि भाजपा संघ से बड़ी नजर आने लग।  संघ के 98  साल के लम्बे जीवन में पहली बार ' अपनी ही बिल्ली ने ' म्याऊं ' करके दिखाया ।  भाजपा ने पहली बार ही कहा कि उसे अब संघ कि जरूरत नहीं है। संघ प्रमुख डॉ मोहन भगवत अपमान का ये घूँट भी चुपचाप कड़वी दवा समझकर पी गए। उनका सब्र काम आया या नहीं लेकिन इस दौर में वे देश के सबसे पहले असुरक्षित संघ प्रमुख जरूर बन गये ।  उन्हें देश कि सरकार से सुरक्षा हासिल करना पड़ी।

 डॉ भागवत के मौन का सुफल ये हुआ कि केंद्र सरकार ने संघ की गतिविधियों  पर लगी पाबंदी  को हटा दिया। संघ के प्रचारक जहाँ-तहाँ स्थापित कर दिए गए। संघ के हजारों स्वयं सेवक डबल इंजिन की सरकारों   से हर महीने हजारों रूपये का नेमनूक [  पारश्रमिक  ] पा रहे हैं संघ के सौ साल के सफर में संघ के लिए सबसे कठिन दौर अब है ।  संघ के पास अब कोई चमत्कारी उपकरण नहीं हैं ।  संघ  को गैर संघी  मठाधीश योगी आदित्यनाथ के नारे के सहारे आगे का सफर तय करना पड़ रहा है।  ये संघ के लिए शुभ है या अशुभ ये राम ही जाने ।  हम तो इतना जानते हैं कि संघ इस समय भाजपा कि कठपुतली है और उसकी मांग में योगी द्वारा सृजित उधार का सिन्दूर भरा हुआ है। संघ के शतायु होने पर कोटि-कोटि बधाइयाँ ।  मोहन जू को शुभकामनाएं कि वे संघ के प्रथम सुप्रीमो की ही भांति कम से कम 40  साल तक संघ की सेवा करें।

@ राकेश अचल

3 नवंबर 2024, रविवार का पंचांग

 

*सूर्योदय :-* 06:36 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:32 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वीरनिर्वाण संवत- 2551* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

दक्षिण  गोल 

*ऋतु* : - हेमंत  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज कार्तिक  माह  शुक्ल पक्ष *द्वितीया तिथि*  22:05 बजे तक फिर तृतीया  तिथि चलेगी।

💥 *नक्षत्र* अनुराधा नक्षत्र दिन रात चलेगा ।

    *योग* :- आज *सौभाग्य  है।  *करण*  :-आज   *बालव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, भद्रा, गंडमूल नहीं है।

योग:-

*अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*राहूकाल* :आज  16:11 बजे से 17:33 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:43 बजे से 12:26 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहार* :- भाई दूज,यम 2,चित्रगुप्त पूजा,श्री विश्वकर्मा पूजा,जैन भगवान पुष्प दंत ज्ञान 

*मुहूर्त* : - सगाई,व्यापार  है  अन्य नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-तुला, चन्द्र-वृश्चिक, मंगल-कर्क, बुध-वृश्चिक, गुरु-वृष, शुक्र-वृश्चिक, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

*🌞चोघडिया, दिन*

उद्वेग 06:36 - 07:58 अशुभ

चर 07:58 - 09:20 शुभ

लाभ 09:20 - 10:42 शुभ

अमृत 10:42 - 12:04 शुभ

काल 12:04 - 13:27 अशुभ

शुभ 13:27 - 14:49 शुभ

रोग 14:49 - 16:11 अशुभ

उद्वेग 16:11 - 17:33 अशुभ

*🌓चोघडिया, रात*

शुभ 17:33 - 19:11 शुभ

अमृत 19:11 - 20:49 शुभ

चर 20:49 - 22:27 शुभ

रोग 22:27 - 24:05*अशुभ

 *अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

सिद्धपीठ श्री गंगादास जी की बड़ी शाला में अन्नकूट महोत्सव , श्रद्धा भाव के साथ हुई गोवर्धन जी की पूजा

 रविकांत दुबे

ग्वालियर। शहर के प्रसिद्ध ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल सिद्धपीठ श्री गंगादास जी की बड़ी शाला में शनिवार को दिवाली की पड़वा पर भक्तिभाव एवम श्रद्धा से भगवान गोवर्धन जी की पूजा अर्चना की गई। इसके साथ ही अन्नकूट महोत्सव भी मनाया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवम धर्मप्राण नागरिक उपस्थित हुए।

दीपावली पर्व के तहत पड़वा पर गोवर्धन पूजनोत्सव व अन्नकूट महोत्सव का विधान है। काशी, मथुरा-वृंदावन समेत देश भर में इसका किया जाता है। इसी क्रम में श्री गंगादास जी की बड़ी शाला में शाम 4 बजे से अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया।

शाला परिसर में स्थित गौशाला में आज गाय के गोबर से भव्य गोवर्धन बनाए गए। इसे शिखरयुक्त पुष्पादि से सुशोभित गया।भव्य झांकी देखते ही बनती थी। आचार्य मंगल दास आचार्यत्व में शाला के महत्वपूर्ण वैराठी पीठाधीश्वर स्वामी रामसेवकदास जी महाराज के सानिध्य में शाला के संत समाज एवम श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से भगवान गोवर्धन जी का दुग्ध दही से अभिषेक किया। आज गोवर्धन की पूजा में स्वाति नक्षत्र का अदभुत संयोग था सो आज की पूजा विशेष फलदाई थी। 


251 सब्जियों से बने रामभाजा का लगा भोग

==========================

अन्नकुउत लिए शाला में 251 सब्जियों का रांभाजा बनाया गया। महंत रामसेवकदास जी ने गोवर्धन महाराज एवम भगवान विष्णु जी को यह प्रसाद अर्पण किया। इसके पश्चात महा आरती की गई। 

कार्यक्रम में श्रीदास जी, अयोध्यादास जी, रामदास जी, रामकिशन दास जी समाजसेवी श्रीमती ममता कटारे, सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवम भक्तजन उपस्थित थे। अंत में सभी ने अन्नकूट की प्रसादी ग्रहण की।

2 नवंबर 2024,शनिवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:35 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:33 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वी.नि.संवत- 2551* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

उत्तर  गोल 

*ऋतु* : - हेमंत  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज कार्तिक  माह  शुक्ल पक्ष *प्रतिपदा तिथि*  20:21 बजे तक फिर द्वितीया  तिथि चलेगी।

💥 *नक्षत्र* विशाखा नक्षत्र  29:58 बजे तक पश्चात अनुराधा  नक्षत्र चलेगा ।

    *योग* :- आज *आयुष्मान  है।  *करण*  :-आज   *किशधुन* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, भद्रा, गंडमूल नहीं है।

योग:- अमृत, त्रिपुष्कर 

*अग्निवास*: आज आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पूर्व दिशा में।

*राहूकाल* :आज  09:20 बजे से 10:42 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:43 बजे से 12:26 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहार* :-  गोवर्घन  पूजा,अन्नकूट,वीर निर्वाण संवत  2551 प्रारंभ 

*मुहूर्त* : -  सगाई, भूमि पूजन,नींव,व्यापार आरम्भ,वाहन क्रय है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-तुला, चन्द्र-तुला, मंगल-कर्क, बुध-वृश्चिक, गुरु-वृष, शुक्र-वृश्चिक, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

*🌞चोघडिया, दिन*

काल 06:35 - 07:58 अशुभ

शुभ 07:58 - 09:20 शुभ

रोग 09:20 - 10:42 अशुभ

उद्वेग 10:42 - 12:04 अशुभ

चर 12:04 - 13:27 शुभ

लाभ 13:27 - 14:49 शुभ

अमृत 14:49 - 16:11 शुभ

काल 16:11 - 17:34 अशुभ

*🌓चोघडिया, रात*

लाभ 17:34 - 19:11 शुभ

उद्वेग 19:11 - 20:49 अशुभ

शुभ 20:49 - 22:27 शुभ

अमृत 22:27 - 24:05*शुभ

 *अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

मुख्यमंत्री डॉ. यादव 2 नवम्बर को ग्वालियर में दो स्थानों पर गोवर्धन पूजा में होंगे शामिल

 

लाल टिपारा गौशाला में करेंगे गोवर्धन पूजा और मध्यप्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे 

पूर्व मंत्री श्री पवैया के निवास पर भी गोवर्धन पूजा में होंगे शामिल 

लाल टिपारा कार्यक्रम में गोवर्धन पूजा के साथ होंगे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम 

कार्यक्रम की तैयारियों का कलेक्टर एवं एसपी ने लिया जायजा 

 ग्वालियर /  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार 2 नवम्बर को ग्वालियर एवं चंबल संभाग के प्रवास पर आयेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इस दिन पहले श्योपुर जिले के प्रवास पर जायेंगे। इसके बाद अपरान्ह लगभग 3.30 बजे वायु मार्ग द्वारा ग्वालियर पहुँचेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ग्वालियर में दो स्थानों पर गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में शामिल होंगे। ज्ञात हो मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल पर राज्य सरकार द्वारा पूरे प्रदेश के हर जिले की गौशालाओं में गौ-संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से गोवर्धन पूजा व गौ-पूजन करने का निर्णय लिया गया है।

प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री डॉ. यादव श्योपुर जिले के प्रवास से लौटने के बाद ग्वालियर में भगतसिंह नगर स्थित पूर्व मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया के निवास पर पहुँचकर गोवर्धन पूजा में शामिल होंगे। इसके बाद लाल टिपारा स्थित आदर्श गौशाला जायेंगे और वहाँ पर गोवर्धन पूजा एवं मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के जिला स्तरीय समारोह में शामिल होंगे। 

 भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा के अनुसार मुख्यमंत्री डॉ. यादव लाल टिपारा गौशाला में गौ-पूजन एवं गोवर्धन पूजा कर प्रदेश की खुशहाली की कामना करेंगे। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम व प्रतियोगितायें होंगी। कार्यक्रम स्थल पर मक्खन व श्रीखण्ड तथा गोबर शिल्प, जैविक खाद व सीएनजी सहित पंचगव्य से निर्मित 11 प्रकार के उत्पादों की प्रदर्शनी लगेगी। 

लाल टिपारा गौशाला में गोवर्धन पूजा एवं मध्यप्रदेश स्थापना दिवस समारोह में मथुरा के कलाकारों द्वारा लोकनृत्य व भजन प्रस्तुत किए जायेंगे। साथ ही इस अवसर पर चित्रकला, फैंसी ड्रेस, लोकगीत व पारंपरिक खेल सितौलिया प्रतियोगिता भी होगी। कृष्ण, राधा व ग्वाला – ग्वालिनों के रूप में सजे-धजे बच्चे भी कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण होंगे। 

पूर्व मंत्री श्री पवैया के निवास पर पहुँचकर तैयारियाँ देखीं 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ग्वालियर प्रवास के दौरान भगतसिंह नगर स्थित पूर्व मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया के निवास पर गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में शामिल होंगे। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान एवं पुलिस अधीक्षक श्री धर्मवीर सिंह ने शुक्रवार की शाम भगतसिंह नगर पहुँचकर इस कार्यक्रम के संबंध में पूर्व मंत्री श्री पवैया से चर्चा की और कार्यक्रम की तैयारियों की जानकारी ली। साथ ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी व्यवस्था बनाएँ, जिससे स्थानीय निवासियों को कोई दिक्कत न हो। साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव सहित अन्य अतिथिगण व श्रद्धालु गोवर्धन पूजा स्थल पर सुविधाजनक तरीके से पहुँच सकें। 

निरीक्षण के दौरान नगर निगम आयुक्त श्री अमन वैष्णव, अपर कलेक्टर श्री टी एन सिंह, अपर आयुक्त नगर निगम श्री मुनीष सिकरवार, एसडीएम श्री अशोक चौहान व श्री अतुल सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। 


1 नवंबर 2024, शुक्रवार का पंचांग


इस छोर अँधेरा है ,उस छोर दिवाली है


जब दीपावली के दुसरे दिन आपके घर अखबार न आये तब इस आलेख  को बार-बार पढ़िए । दीपावली पर आप सभीको हार्दिक शुभकामनायें देते हुए मै गदगद हूँ क्योंकि इस त्यौहार पर मुझे देश में चौतरफा इतनी जगमग दिखाई दे रही है कि दिल बाग़-बाग़ है ।  इस रौशनी में भूख-गरीबी,बेरोजगारी,हिंसा,के तमाम अंधेरे नजर ही नहीं आ रही ।  वे 85  करोड़ लोग भी नजर नहीं आ रहे हैं जो सरकार की अनुकम्पा से पांच किलो अनाज पाकर जिन्दा हैं और अपनी दीपावली मना रहे हैं।

दीपावली पर सरकार  अपने चारों तरफ का अंधकार तिरोहित करने के लिए कितने ठठकर्म कर रही है ।  उस सरजू के तट पर उत्तरप्रदेश की उत्तरदायी  सरकार ने इतनी जगमग कर दिखाई जितनी राजाराम के 14 साल के वनवास से लवटने पार खड़ाऊ  राज चलाने  वाले महाराज भरत भी नहीं करा पाए होंगे ।  सरकार ने 28  लाख दीपक जलाकर एक बार फिर नया विश्व रिकार्ड कायम कर दिखाया। उत्तरप्रदेश में उन्हीं माननीय योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार है जो ' बांटोगे तो काटोगे ' का नारा देकर ' करो या मरो  ' की नकल कर रहे हैं। मुझे लगता है कि  आजादी से पहले यदि   महात्मा योगी होते तो वे  ' करो या मरो के बजाय ' काटो या मरो ' का नारा देते। लेकिन दुर्भाग्य ये कि  तब योगी नहीं थे और महात्मा गाँधी थे ।

पिछले दस साल में देश में यदि भिखमंगों की तादाद बढ़ी है, तो करोड़पतियों की तादाद भी बढ़ी है।  इसका प्रमाण ये हैकि  धनतेरस  पर देश में देश की जनता ने 20 हजार  करोड़ का सोना  और 2500 करोड़ की चांदी  खरीद  ली।   कारों  और मकानों  की खरीदारी  के आंकड़े  तो अभी  मिले  नहीं हैं किन्तु  जानकार कहते  हैं  की धनतेरस  पर देश में 60 हजार  करोड़  का व्यापार  हुआ। जाहिर है कि  देशवासियों के पास पैसा है और खूब पैसा है ,इसीलिए हम भारतीयों  को अब रोना-धोना छोड़ देना चाहिए  , ये काम विपक्ष को करने दीजिये। धनतेरस ने बता और जता दिया है की हम देश की 85  करोड़ क्या सौ करोड़ आबादी को 2028  तक क्या  बल्कि आने वाले 2047  तक पांच किलो अनाज देकर जिन्दा रख सकते हैं।

लोग जानलेवा प्र्दशन की वजह से भले ही दिल्ली छोडकर  भागने को विवश हों लेकिन मेरा मानना है कि  दिल्ली की लोकल सरकार को पटाखों यानि आतिशबाजी पर प्रतिबंध नहीं लगना चाहिए। ये राष्ट्रविरोधी और धर्म विरोधी निर्णय है ।  राष्ट्र और धर्म के समाने जन जीवन की क्या कीमत ? जनता तो पैदायसी कीड़े -मकोड़े हैं ।  उसे तो मरना ही है। चाहे भूख से मरे ,चाहे प्रदूषण से मरें ।  जिसके नसीब में मरना लिखा हो उसके लिए त्यौहारों का आनंद  तो बल नहीं चढ़ाया जा सकता।  काश ! दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी की सरकार के बजाय खास आदमी पार्टी के किसी योगी आदित्यनाथ की सरकार  होती ।  कम  से कम  फसूकर डालती  जमुना पर भी पचीस पचास लाख दीपक तो जलाये जाते।

दीपावली की खुशियों को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दस मोदी जी की कोशिशों ने दोगुना कर दिया है ।  भारत-चीन की सीमा  पर दोनों देशों के सैनिकों  के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान हो रहा है। मोदी जी विदेश नीति  पर ऐसे चल रहे हैं कि पांव फिसलने का कोई खतरा है ही नहीं।।  यदि कनाडा से हमारा बिगाड़ हुआ तो हमने चीन से रिश्ते सुधार लिए । जम्मू-कश्मीर में भले ही आतंकवाद ने नए सर से सर उठाया हो लेकिन हमने पाकिस्तान के साथ बातचीत का नया सिलसिला तो शुरू कर ही दिया।  दीपावली के मौके पर इससे ज्यादा आप किसी प्रधानमंत्री से और क्या अपेक्षा करते हैं।

माननीय प्रधानमंत्री की विदेश नीति  पर सक्रियता को देखते हुए भाजपा ने इस बार महाराष्ट्र चुनाव में मोदी जी को ज्यादा इस्तेमाल न करने का फैसला किया  है।  फैसले के मुताबिक मोदी जी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए पीएम नरेंद्र मोदी - 8 ,अमित शाह - 20 ,नितिन गडकरी - 40 ,देवेंद्र फडणवीस - 50 ,चंद्रशेखर बवांकुले - 40  और माननीय योगी आदित्यनाथ - 15 जनसभाएं करेंगे। भाजपा ने मान लिया है की महारष्ट्र में मोदी बम फोड़ने की जरूरत नहीं है। सबसे ज्यादा देवा भाव की फुलझड़ियां चलेंगी । उनसके पीछे अपने  नितिन  गडकरी  के अनार  चलाये  जायेंगे। बटोगे तो कटोगे का नारा देने वाले योगी जी को केवल 15  बार ये नारा लगाने की इजाजत दी गयी है। वैसे भी महाराष्ट्र में भाजपा और कांग्रेस को छोड़ सभी राजनितिक दल  पहले ही आपस में बंट -कट  चुके   हैं।  इण्डिया गंठबंधन भी बिखरा-बिखरा दिखाई दे रहा है।

कुलजमा लब्बो-लुआब ये है कि  देश में चारों  तरफ अमन है -चैन है। डॉन  है ,डैन है। कोई मणिपुर नहीं है ,कोई चुनौती नहीं है। सब तरफ सद्भाव है ।  रौशनी है ।  पटाखे हैं। कटोगे तो बाटोगे के भयावह नारे हैं। आप इन्हें कड़ाबीन  लीजिये। आप सभी को दीपावली की कोटि-कोटि शुभकामनाएं।

@ राकेश अचल

बिजली खपत की दरों में कमी तथा सब्सिडी का दायरा बढ़ाए जाने के संबंध में मध्यप्रदेश परिसंघ ने मुख्यमंत्री एवं अपर सचिव ऊर्जा विभाग को लिखा पत्र

 मध्यप्रदेश / मीडिया रिपोर्ट में परिसंघ के संयोजक इंजीनियर राहुल अहिरवार द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान समय में हम आधुनिक युग में प्रवेश कर रहे हैं,जिसमें इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निरंतर बढ़ते जा रहे हैं,जो मानव की दैनिक आवश्यकता बन चुके हैं, एकल परिवार के लिए 200 यूनिट बिजली खपत आम बात हो चुकी है,जिसमें इंजीनियर राहुल अहिरवार ने मुख्यमंत्री एवं अपर–मुख्य सचिव ऊर्जा विभाग को पत्र द्वारा लेख किया कि मध्यप्रदेश के समस्त नागरिकों को 200 यूनिट बिजली खपत का ₹200 चार्ज लिया जाए एवं सब्सिडी का दायरा 150 यूनिट से बढ़ा कर 300 यूनिट तक किया जाए, तथा किसान भाईयों के लिए भी बिजली खपत की दरों को सस्ता किया जाए वर्तमान समय में विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसान भाईयों की फसल प्रति वर्ष निरंतर खराब होती आ रही है, किसान भाई उत्पादन के लिए जितनी पूंजी लगाता है, उत्पादन के पश्चात किसान भाईयों की उतनी पूंजी के बराबर फसल भी नहीं निकल पाती, तथा देखा जाए अन्य राज्यों में भी बिजली खपत की दरों में कमी है,जिसमें परिसंघ ने मध्यप्रदेश के समस्त नागरिकों की समस्याओं को देखते हुए मध्यप्रदेश शासन से अनुरोध किया कि परिसंघ के पत्र पर कार्यवाही करके मध्यप्रदेश के समस्त नागरिकों को 200 यूनिट के लिए ₹200 चार्ज लिया जाए तथा सब्सिडी का दायरा 300 यूनिट तक रखा जाए I 




31 अक्टूबर 2024, गुरुवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:33 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:35 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वी.नि.संवत- 2550* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

उत्तर  गोल 

*ऋतु* : शरद  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज कार्तिक  माह कृष्ण पक्ष *चतुर्दशी* तिथि 15:52 बजे तक फिर अमावस्या  तिथि चलेगी।

💥 *नक्षत्र* चित्रा नक्षत्र  24:44 बजे तक पश्चात स्वाति  नक्षत्र रहेगा।

    *योग* :- आज *विशकुंभ  है।  *करण*  :-आज   *शकुनी* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, भद्रा, गंडमूल नहीं है

*अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज दक्षिण दिशा में।

*राहूकाल* :आज 13:27 बजे से 14:50 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:43 बजे से 12:27 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*त्योहार* रूप  चतुर्थी,नरक चौदस, मतांतर से लक्ष्मी पूजन दीपावली पूजन,अरुणोदय स्नान, सरदार पटेल जयंती

*मुहूर्त* : दुकान, ऑफिस,नामकरण,वाहन

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-तुला, चन्द्र-कन्या, मंगल-कर्क, बुध-वृश्चिक, गुरु-वृष, शुक्र-वृश्चिक, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

शुभ 06:34 - 07:56 शुभ

रोग 07:56 - 09:19 अशुभ

उद्वेग 09:19 - 10:42 अशुभ

चर 10:42 - 12:05 शुभ

लाभ 12:05 - 13:27 शुभ

अमृत 13:27 - 14:50 शुभ

काल 14:50 - 16:13 अशुभ

शुभ 16:13 - 17:35 शुभ

*🌓चोघडिया, रात*

अमृत 17:35 - 19:13 शुभ

चर 19:13 - 20:50 शुभ

रोग 20:50 - 22:27 अशुभ

काल 22:27 - 24:05*अशुभ

 *अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

थाना बम्हौरी कला पुलिस द्वारा दुष्कर्म के आरोपी को 04 घण्टे के अन्दर किया गिरफ्तार

 प्रमोद अहिरवार जिला ब्यूरो टीकमगढ़ म.प्र.

टीकमगढ़ /  फरियादिया ने थाना बम्होरीकला मे  रिपोर्ट किया  कि दिनांक 29.10.24 को नारायणदास कुशवाहा निवासी बोंड़ा थाना मऊरानीपुर जिला झांसी उत्तरप्रदेश द्वारा जबरजस्ती उसके साथ दुष्कर्म किया है। आबेदिका की रिपोर्ट पर थाना बमोरीकला पर अपराध क्रमांक 221/24 धारा  64,351(3) बीएनएस का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुये   पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़ श्री मनोहर सिंह मण्डलोई द्वारा आरोपी को गिरफ्तार करने हेतु  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सीताराम एवं एसडीओपी जतारा श्री अभिषेक गौतम के मार्गदर्शन में थाना बम्हौरीकला पुलिस द्वारा आरोपी नारायणदास पिता मनोदी उर्फ़ विनोदी कुशवाहा उम्र 27 साल निवासी बोडा थाना मऊरानीपुर जिला झासी उ.प्र. को 4 घण्टे के अन्दर ग्राम बोडा (उ.प्र.) से गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया  गया।

 पुलिस टीम का सराहनीय योगदान

 उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी बम्हौरीकला उनि. रश्मि जैन, उनि. आकाश रूसिया, प्रआर.33 अमर प्रताप सिंह, प्रआर. 156 शैलेन्द्र, आर. 549 संगम, आर. 152 शैलेन्द्र, 416 कृष्ण कुमार की सराहनीय भूमिका रही।

Featured Post

दो जिस्म, एक जान की जबरदस्त नयी कहानी

तिरुपति मंदिर में हुई भगदड़ के बड़े में क्या लिखना ? जो मरे उन्हें भगवान ने मोक्ष  प्रदान कर ही दिया होगा । जो बच गए हैं वे मोक्ष  पाने के लिए...