अब चुनाव में संभाजी महाराज की ' एन्ट्री '

 

आजादी के बाद देश को सबसे प्रभावी नारा ' बंटोगे तो कटोगे ' नारा देने वाली भाजपा पर हमें गर्व है ।  भाजपा हालांकि ये नारा देकर आपस में ही बंटती और कटती नजर आ रही है ,केवल और केवल एक  कुर्सी भाजपा की युति को जैसे -तैसे बचाये हैं। कुर्सी के इस  महासंग्राम में माननीय प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने अब संभाजी महाराज की ' एन्ट्री ' भी   करा  दी  है जो कभी चुनावी और दलगत राजनीति में नहीं फंसे। उनके जमाने में न लोकतंत्र था और न ठोकतंत्र।

प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने महाराष्ट्र की जनता को याद दिलाया कि उनकी सरकार ने तो संभाजी महाराज के हत्यारे औरंगजेब के औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर किया और बाला साहब ठाकरे की इच्छा पूरी की ,लेकिन महामना मोदी भूल गए कि उन्होंने ही बाला साहेब ठाकरे के  बेटे उद्धव ठाकरे की पीठ में औरंगजेब की तरह न सिर्फ छुरा भौका बल्कि ठाकरे की पार्टी के दो  टुकड़े  भी करा दिए। मोदी जी का ये कहना एकदम सही है कि उन्होंने हिंदुत्व के मामले में कोई समझौता नहीं किया। वे समझौता करते भी तो किससे करते ? उद्धव ठाकरे ने उनसे समझौता करके देख तो लिया ,उन्हें आखिर क्या मिला विश्वासघात के अलावा ।

देश को गर्व है कि माननीय मोदी जी देश में कोई भी चुनाव मुद्दों पर नहीं होने देते ,वे इसके लिए गड़े  मुर्दे खोज लाते है।  उन्होंने ही महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सबसे पहले डॉ अम्बेडकर का इस्तेमाल किया,फिर वे स्वातंत्र्य वीर सावरकर को ले आये और अब उनके पास संभाजी महाराज है।  आप जनाते ही होंगे कि संभाजी महाराज छत्रिपति शिवाजी महाराज के पुत्र थे और उनका वध औरंगजेब ने करा दिया  था।  मोदी जी का आरोप है कि कुछ लोग औरंगजेब को मसीहा मानते हैं। मोदी जी किसी को ये नहीं बताते कि पिछले दिनों महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज की प्रतिमा कैसे गिरी  थी  और उसके  निर्माण  में कितना  भ्र्ष्टाचार  हुआ  था  ?  
महाराष्ट्र में किसकी सरकार बनेगी ये तो मै  नहीं जानता लेकिन मुझे इतना पता है कि माननीय मोदी जी विपक्ष के ऊपर जितने भी व्यंग्य बाण  छोड़ रहे हैं वे निशाने पर लगने के बजाय उनकी अपनी पार्टी और युति को जख्मी बना रहे हैं। उनके राष्ट्रदूत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे से महाराष्ट्र की जनता ' बंटेगी या कटेगी ' इसका तो पता नहीं है लेकिन इस नारे से महायुति जरूर कटती-बंटती दिखाई दे रही है ।  युति में शामिल घटक ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र के भाजपाई भी इस नारे से आतंकित हैं। उन्हें डर है कि ये नारा कहीं उलटा न पड़ जाए।इस आशंका-कुशंका के बावजूद नारा इस्तेमाल किया जा रहा है ,हालाँकि मोदी जी अपने लिए नया नारा ' एक रहोगे तो सेफ रहोगे गढ़ लिया है ,लेकिन  ये नारा उतना धारदार नहीं है जितना की योगी जा का नारा है।
लगता है कि मोदी जी और उनकी भाजपा महाराष्ट्र की जनता के मिजाज को सही तरीके से भांप नहीं पायी है ,अन्यथा क्या मजाल थी उप मुख्यमंत्री अजित पंवार की ,क्या मजाल थी पंकजा मुंडे की या क्या मजाल थी पूर्व मुख्यमंत्री  अशोक चव्हाण की जो वे ' बंटोगे तो कटोगे ' के नारे का विरोध  करते और उसे अप्रासंगिक बताते।  मोदी जी जिस संविधान की लाल पोथी   को राहुल गांधी के हाथों में देखकर भड़क जाते हैं अब उसी संविधान का हवाला देकर आरक्षण का मुद्दा उठा रहे हैं। ये संविधान किसी हेडगेवार या गोलवलकर का बनाया हुया नहीं है ,इसे डॉ भीमराव आंबेडकर ने बनाया था जो किसी हिंदूवादी संगठन के सदस्य नहीं थे, जिन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था।
महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव हों या झारखंड विधानसभा के चुनाव भाजपा मुद्दों के बजाय मुर्दों  के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय के भरोसे है।प्रवर्तन  निदेशालय यानि  ईडी हो या केंचुआ यानि केंद्रीय चुनाव आयोग भाजपा के पक्ष में लगातार सक्रिय है ।  ईडी छापामारी कर रही है और केंचुआ विपक्षी नेताओं के हेलीकाप्टरों की सघन जांच ,ताकि भाजपा पर कोई आंच न आये। भाजपा के सहयोगी इन संवैधानिक संगठनों को सक्रियता से भाजपा को इन  दोनों राज्यों में सत्ता मिलना लगभग तय है किन्तु अभी मशीनों से जनादेश का आना तो बाक़ी है। हमारे यहां कहा जाता है कि - का वर्षा जब कृषि सुखानी ? महाराष्ट्र और झारखण्ड में वोटों की खेती सूख चुकी है। अब उसे सींचने  का कोई लाभ शायद नहीं होने वाला ,लेकिन याद रखिये कि -' मोदी हैं ,तो मुमकिन है। कुछ भी मुमकिन है।
मेरा दृढ विश्वास है कि यदि भाजपा झारखंड और महाराष्ट्र की सत्ता में आती  है तो देश की आजादी के बाद ' बटोगे तो कटोगे ' नारा पहला ऐसा नारा होगा जो आजादी के पहले महात्मा गाँधी द्वारा दिए गए ' करो या मरो ' के नारे जैसा  असरदार  साबित  माना  जाएगा । इस नारे  की कामयाबी  पर ही मोदी जी का ,शाह  जी का ,योगी  जी का और महामना  मोहन  भागवत  साहब का भविष्य  टिका  है।  भारत  का भविष्य  तो भगवान  के भरोसे पहले भी था और आज भी है। संभाजी महाराज,वीर सावरकर, डॉ अम्बेडकर ,अडानी आदि  भाजपा पर कृपा  करें । राहुल गांधी अपनी लाल किताब के भरोसे चुनाव जीत जाएँ तो जीत जाएँ ,वरना उन्हें मशीन  और मशीनरी के सामने  तो हारना  ही है।
@ राकेश अचल 

15 नवम्बर 2024, शुक्रवार का पंचांग

 

*सूर्योदय :-* 06:44 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:25 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वीरनिर्वाण संवत- 2551* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

दक्षिण  गोल 

*ऋतु* : - हेमंत  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज कार्तिक  माह  शुक्ल पक्ष *पूर्णिमा  तिथि*  26:58 बजे तक फिर प्रतिपदा  तिथि चलेगी।

💥 *नक्षत्र* भरणी नक्षत्र 21:54 बजे  तक फिर कृतिका चलेगा।

    *योग* :- आज *वरियान है।  *करण*  :-आज   *विष्टि* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक  गंडमूल नहीं है भद्रा 16:37 तक  है।

योग:

*अग्निवास*: आज पाताल में   है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*राहूकाल* :आज  10:46 बजे से 12:06 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:43 बजे से 12:26 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहार* :- कार्तिक पूर्णिमा,गुरुनानक जयंती, भीष्म पंचक पूर्ण,कार्तिक स्नान पूर्ण,देव दीपावली हैं अष्टांहिका पूर्ण , संभव नाथ जी जन्म

*मुहूर्त* : नं  कोई नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-तुला, चन्द्र,मेष, मंगल-कर्क, बुध-वृश्चिक, गुरु-वृष, शुक्र-धनु, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

ओबीसी महासभा ने किसानों की समस्याओं को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

aapkedwar news अजय अहिरवार 

टीकमगढ़:- जतारा में ओबीसी महासभा के युवा मोर्चा कार्यकारी जिला अध्यक्ष देवीदयाल चौरसिया उर्फ दिनेश बंदेले के साथ तमाम क्रांतिकारी साथियों ने अनुविभागीय अधिकारी जतारा कार्यालय पहुंचकर किसानों को खाद लेने में आ रही समस्याओं से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा है। जिसमें महत्वपूर्ण बिंदु खाद वितरण केंद्रं पर पीने की पानी की उचित व्यवस्था बनाई जाए, किसानों को उचित मूल्य पर आसानी से खाद उपलब्ध कराया जाए,कालाबाजारी रोकी जाए और सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस कर्मियों द्वारा किसानों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग और मारपीट जैसे कृत्यों पर रोक लगाई जाए। जनचर्चा में विश्वससूत्रों से जानकारी के अनुसार सोमवार के दिन वेयरहाउस वाले वितरण केन्द्र पर पुलिसकर्मी द्वारा पत्रकार से अभद्रता की गई जिसकी बहुत निंदा की जा रही है। उपर्युक्त बिंदुओं को लेकर यदि कार्यवाही नहीं की जाती है तो ओबीसी महासभा बड़ा आंदोलन और प्रदर्शन करेगी जिसके लिए शासन प्रशासन की पूरी जिम्मेदारी रहेगी। इस मौके पर ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से राजकुमार चौरसिया,दीनदयाल अहिरवार,देशराज अहिरवार, अरविंद अहिरवार सहित तमाम क्रांतिकारी ओबीसी महासभा के सदस्य मौजूद रहे।

इनका कहना है-

मैं सभी बिंदुओं की जांच करवाता हूं और कोशिश करूंगा कि किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर खाद मुहैया कराया जाए।

शैलेंद्र सिंह-

अनुविभागीय अधिकारी जतारा।

थाना चंदेरा पुलिस द्वारा नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने बाले आरोपी को किया गया गिरफ्तार

 टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़:-पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीताराम , एसडीओपी जतारा अभिषेक गौतम के मार्गदर्शन में थाना चंदेरा मे पंजीवद्ध अपराध 200/24 धारा 137(2),87,64,70(1), 127(2),127 (3)64(2) (एम) बीएनएस, 3/4, 5/6 पोक्सो एक्ट बी.एन.एस के आरोपी की तलाश हेतु थाना प्रभारी चंदेरा के द्वारा पुलिस टीम बनाकर दविस दी गई जिसमे पुलिस टीम के द्वारा दुष्कर्म करने वाले आरोपी धर्मेन्द पिता बुद्ध सिंह यादव उम्र 25 साल निवासी डिगरिया थाना श्रीनगर जिला महोबा को कडी मेहनत से गायत्री मंदिर के पास लवकुशनगर महोबा रोड थाना लवकुशनगर से गिरफ्तार कर माननीय न्यायलय पेश किया गया।

उक्त कार्यवाही में उनि नीतू खटीक थाना प्रभारी चंदेरा, उनि दयाराम चक्रवर्ती, सउनि करन सिह, प्र.आर.407 रामचन्द्र नायक, म.आर 663 अंकिता, आर.566 योगेन्द्र, आर.455 वेदप्रकाश शर्मा, आर.170 काशीराम कुशवाहा, आर.266 दिनेश अहिरवार, आर.711 मोहित, आर. 133 राहुल टिकरिया, आर. 283 बृजेश शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही

थाना जतारा अंतर्गत 2 नाबालिग बालिकाओं को एवं कोतवाली अंतर्गत 1 गुम महिला को किया गया दस्तयाब

 टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़:- पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई  द्वारा गुम बालक- बालिकाओं ,व्यक्तियों की दस्तयाबी हेतु निर्देशित किया गया है। इसी तारतम्य मे अति.पु.अधी. सीताराम एवं एसडीओपी जतारा अभिषेक गौतम के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी जतारा एवं कोतवाली के नेतृत्व में गठित पुलिस थाना जतारा की पुलिस टीम ने सुल्तानपुरी ,नई दिल्ली से 02 नाबालिग बालिकाओं को दस्तयाब किया साथ ही थाना कोतवाली द्वारा गुम महिला को दस्तयाब किया ।

उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी जतारा निरीक्षक अरविंद सिंह दांगी , थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक पंकज शर्मा ,उप निरीक्षक संदीप चौधरी , उपनिरीक्षक मयंक नगायच साइबर सेल,प्रधान आरक्षक नरेंद्र सिंह ,प्रधान आरक्षक रहमान खान साइबर सेल,आरक्षक राघवेंद्र,महिला आरक्षक सोनम यादव सहित थाना जतारा एवं कोतवाली पुलिस स्टाफ  की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।

बम्होरी कलाँ पुलिस द्वारा ग्राम बम्होरी कलां में आयोजित किया जागरूकता कार्यक्रम

 टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़:- पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई  द्वारा टीकमगढ़ जिले वासियों को नशा मुक्ति ,महिला सुरक्षा,यातायात नियमों के पालन करने ,साइबर अपराधों से सुरक्षा हेतु जन जागरूकता कार्यक्रम करने हेतु समस्त थाना /चौकी प्रभारियों को निर्देशित किया गया है  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीताराम,एस.डी.ओ.पी जतारा के मार्गदर्शन में थाना बम्हौरी कलाँ द्वारा ग्राम बमहोरी कलाँ में नशा मुक्ति ,महिला सुरक्षा ,यातयात नियमों के पालन एवं साइबर अपराधों से बचाव हेतु कार्यक्रम आयोजित किए उक्त कार्यक्रमों में संवाद के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया व नशा न करने की शपथ दिलवाई , महिलाओं के सम्मान करने व महिलाओं की सुरक्षा हेतु बने कानूनों से अवगत कराया, यातायात नियमों का पालन करने हेतु समझाया एवं साइबर अपराधों से बचने हेतु आवश्यक उपायों से आमजन को अवगत कराया गया साथ ही पुलिस के हेल्पलाइन नंबर डायल 100,महिला सुरक्षा हेल्पलाइन 1030 ,साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 का उपयोग करने व उसकी महत्वत्ता के बारे में बताया गया।


उक्त जागरूकता कार्यक्रम में टीकमगढ़ पुलिस द्वारा आमजन को अवैध गतिविधियों में शामिल न होने एवं ऐसी गतिविधियों की सूचना पुलिस को देने हेतु अपील की गई

ओबीसी महासभा ने किसानों की समस्याओं को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

 टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़:- जतारा में ओबीसी महासभा के युवा मोर्चा कार्यकारी जिला अध्यक्ष देवीदयाल चौरसिया उर्फ दिनेश बंदेले के साथ तमाम क्रांतिकारी साथियों ने अनुविभागीय अधिकारी जतारा कार्यालय पहुंचकर किसानों को खाद लेने में आ रही समस्याओं से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा है। जिसमें महत्वपूर्ण बिंदु खाद वितरण केंद्रं पर पीने की पानी की उचित व्यवस्था बनाई जाए, किसानों को उचित मूल्य पर आसानी से खाद उपलब्ध कराया जाए,कालाबाजारी रोकी जाए और सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस कर्मियों द्वारा किसानों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग और मारपीट जैसे कृत्यों पर रोक लगाई जाए। जनचर्चा में विश्वससूत्रों से जानकारी के अनुसार सोमवार के दिन वेयरहाउस वाले वितरण केन्द्र पर पुलिसकर्मी द्वारा पत्रकार से अभद्रता की गई जिसकी बहुत निंदा की जा रही है। उपर्युक्त बिंदुओं को लेकर यदि कार्यवाही नहीं की जाती है तो ओबीसी महासभा बड़ा आंदोलन और प्रदर्शन करेगी जिसके लिए शासन प्रशासन की पूरी जिम्मेदारी रहेगी। इस मौके पर ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से राजकुमार चौरसिया,दीनदयाल अहिरवार,देशराज अहिरवार, अरविंद अहिरवार सहित तमाम क्रांतिकारी ओबीसी महासभा के सदस्य मौजूद रहे।

इनका कहना है-

मैं सभी बिंदुओं की जांच करवाता हूं और कोशिश करूंगा कि किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर खाद मुहैया कराया जाए।

शैलेंद्र सिंह-

अनुविभागीय अधिकारी जतारा।

हम बच्चों को माफ़ करना चाचा नेहरू




कायदे से अखबारों के लिए मुझे ये लेख  एक दिन पहले लिकना था,लेकिन इसे मै आज लिख रहा हूँ ।  आज इसलिए लिख रहा हूँ क्योंकि आज ही इसकी प्रासंगिकता है।  आज 14  नवम्बर की तारीख है ।  एक ऐसी तारीख जिसने इस देश को एक बांका  ,लड़ाकू,पढ़ाकू और दूरदृष्टि रखने वाला राजनेता दिया था। राजनेता ही नहीं भारत के इतिहास का आरक नेशनल हीरो   यानि राष्ट्रनायक। जी हाँ ! मै भारत के  पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की बात कर रहा हूँ।  इस देश के बच्चे एक लम्बे अरसे से ' बाल दिवस  ' के रूप में मानते आ रहे हैं ,लेकिन अब स्कूलों को ,बच्चों को ये दिन मनाने से डर लगता है।

इस देश में जबसे अदावत की राजनीति शुरू हुई है तभी से देश के असली राष्ट्रनायकों को ' खलनंनायक ' की तरह पेश किया जा रहा है।  आज की राजनीति ने किसी को नहीं बख्शा, फिर चाहे वो पंडित जवाहर लाल नेहरू हों या राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी।  आज की सत्ता के लिए   ये दोनों राष्ट्रद्रोही है।  इन दोनों ने ही देश को 1947   में ' हिन्दू राष्ट्र ' नहीं बनने दिया और इन्हीं की वजह से आज हमारी सरकार को ,हमारे प्रधानमंत्री को हमारे देश की तमाम डबल इंजिन की सरकारों के मुख्यमंत्रियों को ' बंटोगे   तो कटोगे ' जैसे नारे देने पड़ रहे हैं। देश को आजादी के 77  साल बाद धकेल कर 1947  के पीछे ले जाने की कोशिश की जा रही है।
हम लोग उस समय  की पैदाइश हैं जब गांधी-नेहरू को ये देश राष्ट्रनायक मानता ही नहीं बल्कि पूजता भी था ।  उस समय भी नेहरु गाँधी को खलनायक समझने   वाले लोग देश में थे, लेकिन उन्हें तब सत्ता सुख नहीं मिला था । आज  हालत  बदले हुए हैं । आज गांधी  और नेहरू की छवि को कलंकित करने के अभियान चलाये जा रहे है। उनकी निशानियां मिटाई जा रहीं हैं और तो और उनका नाम स्मरण करना भी राष्ट्रद्रोह माना जा रहा है क्या मजाल है कि  कोई शैक्षिक संसथान ,कोई प्राइमरी स्कूल बाल दिवस के नाम पर कोई आयोजन कर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को याद कर ले ?
चूंकि आज सरकार और सरकारी पार्टी देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल का जन्मदिन है ।  बच्चे उन्हें चाचा नेहरू के नाम से याद करते थे ,इसलिए आज के बच्चों को मै बताना चाहता हूँ कि  नेहरू का जन्म आज के राष्ट्रनायक और विश्व गुरु के जन्म से 61  साल पहले 14  नवंबर 1889  को हुआ था। कोई माने या न माने किन्तु ये हकीकत है कि  लम्बी गुलामी के बाद आजाद हुए देश को नए सिरे से गढ़ने की नींव पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ही रखी।  नेहरू की जगह यदि आज के प्रधानमंत्री जैसा कोई व्यक्ति होता तो वो देश को आजादी के बाद एक बार और विभाजित करा चुका होता।
बहरहाल बात नेहरू की हो रही है ।  मैंने नेहरू जी को तब देखा था जब मेरी उम्र कोई 5  साल की रही होगी ।उनकी छवि मेरे मानस पटल पर ठीक उसी तरह अंकित है जैसे कि  मारीच वध के लिए जाते श्रीराम की छवि माता सीता के मन पर अंकित थी ।  एक मखमली   मुस्कान से मंडित चेहरा,धवल अचकन पर सुर्ख गुलाब का फूल टांकने वाला व्यक्ति,जिसके हाथ अक्सर पीठ की और बंधे रहते थे। जो आजादी के संघर्ष से थका और जिम्मेदारियों के बोझ से झुका हुआ लगता था।   उस समय मोबाइल की ईजाद नहीं हुई थी अन्यथा मै नेहरू जी के साथ ' सेल्फी ' लेकर रख लेता। तब नेहरू यानि देश के प्रधानमंत्री के पास पहुंचना आज के प्रधानमंत्री के पास पहुँचने जैसा कठिन नहीं था।
 नेहरू की पूरी जीवनी आपको हरेक सर्च इंजिन पर हासिल हो जाएगी ,इसलिए मै उसके बारे में ज्यादा नहीं लिख रह। मै केवल इतना बता रहा हूँ कि  नेहरू 30  साल की उम्र में महात्मागांधी के सम्पर्क में आये और आजन्म गांधीवादी बने रहे।  उस समय देश में कोई हेडगेवार शायद नहीं रहा होगा अन्यथा वो नेहरू को नेहरू न बनने देता। नरेंद्र मोदी बना देता।  इस तुलना को आप अन्यथा न लीजिये ।  मै आज के प्रधानमंत्री को नेहरू से हल्का नहीं बता रहा ,आज कि प्रधानमंत्री से मीलों आगे हैं । मेरे कहने का अर्थ ये है कि  संगत के प्रभाव का अपना असर होता है।
बच्चों के  चाचा नेहरू गाल बजने से ज्यादा  पढ़ने लिखने में यकीन रखते थे ।  वे कोई 13  साल अंग्रेजों की जेलों में रहे। उन्होंने वहां रखकर भी लिखा और प्रधानमंत्री बनने के बाद भी ।  नेहरू के बारे में कहा जाता है के वे लोकमान्य तिलक के बाद सबसे ज्यादा लिखने वाले नेता थे। अब थे तो थे ।  उनकी उपाधियाँ असली थीं ।  उन्हें पढ़ना-लिखना विरासत में मिला था। ये उनका सौभाग्य था ,न होता तो वे भी किसी स्टेशन पर चाय बेच चुके होते। नेहरू जी की आधा दर्जन से अधिक पुस्तकें तो इस लेखक ने भी पढ़ीं है।  इनमें पिता के पत्र : पुत्री के नाम
विश्व इतिहास की झलक (ग्लिंप्सेज ऑफ़ वर्ल्ड हिस्ट्री) ,मेरी कहानी (ऐन ऑटो बायोग्राफी) ,भारत की खोज/हिन्दुस्तान की कहानी (दि डिस्कवरी ऑफ इंडिया) ,राजनीति से दूर,इतिहास के महापुरुष प्रमुख हैं।
 बहरहाल नेहरू ने अपनी ऊर्जा किसी को कोसने में नहीं बल्कि देश को बनाने में खर्च की।  पढ़ने-लिखने में खर्च की। देश की जनता को निर्भीक बनाने में खर्च की।  उन्होंने कभी बंटोगे तो कटोगे का नारा नहीं दिया। उनके जमाने में देश में इतनी नफरत थी ही नही।  नफरत का एक दरवाजा तो पाकिस्तान बनने के साथ ही हमेशा के लिए बंद हो गया था।
भारत में, बच्चों के कल्याण के प्रति नेहरू की प्रतिबद्धता का सम्मान करने के लिए 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है ।  यह दिन शिक्षा, पोषण और सुरक्षात्मक वातावरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए सुरक्षित, स्वस्थ बचपन सुनिश्चित करने की आवश्यकता की याद दिलाता है।  यह बच्चों के पालन-पोषण के महत्व पर जोर देता है, जो दुनिया के भविष्य के नेता हैं। मुझे याद है कि बाल दिवस पर तमाम संस्थाएं बच्चों के लिए कोई न कोई आयोजन करतीं थीं,बच्चों के लिए चिड़ियाघरों और सिनेमाघरों के दरवाजे निशुल्क खोले जाते थे ,लेकिन अब ऐसा करना सरकार का कोप भजन बनने जैसा है ,इसलिए अब बाल दिवस पहले जैसा उत्साह और उमंग का दिवस नहीं रहा ।
 आज के प्रधानमंत्री बाल दिवस पर बच्चों के साथ नहीं होते,वे किसी चुनावी सभा में चीख-चीखकर भाषण दे रहे होते हैं। लेकिन इन तमाम कोशिशों से ,बाल दिवस की आभा कम करने से विश्व रंगमंच पर और भारतीयों के दिलों पर नेहरू का महत्व और लोकप्रियता कम नहीं होती। नेहरू कल भी बच्चों के चाचा थे और आज भी हैं ,कल भी रहेंगे। बच्चों का चाचा बनना आसान नहीं है। आजकल  के नेता बच्चों के मामा बनना  ज्यादा पसंद करते हैं। चाचा नेहरू के जन्मदिन पर उनका विनम्र स्मरण ,
@ राकेश अचल 

कार्तिक पूर्णिमा 15 नवम्बर को धार्मिक दृष्टि से अति महत्व पूर्ण दिवस

  

कोई कोई महीना ,दिन, तिथि स्नान, दान,धर्म करने की दृष्टि से बड़ा महत्व पूर्ण होता है कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा का दिन भी इस दृष्टि से विशेष रूप से महत्व पूर्ण है।

वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने बताया कि इस बार कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा तिथि 15 नवम्बर को प्रातः 06:19 बजे से प्रारंभ होगी और पूरे दिन रहते हुए रात्रि 02:58 बजे तक रहेगी।

उदया तिथि होकर पूरे दिन के समय रहने से कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा तिथि पर गंगा स्नान, दीप दान,अन्य दान आदि का विशेष महत्व रहेगा। इस दिन अनेक पर्व रहने से त्रिदेवों ने इसे महा पुनीत पर्व कहा है।

इस दिन ही कार्तिक स्नान का आरंभ जो शरद पूर्णिमा से हुआ उसका समापन होता है। देव  प्रबोधिनी एकादशी से आरंभ होने वाले तुलसी विवाह उत्सव का समापन भी कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा तिथि को होता है इसी दिन तुलसी देवी और शालिग्राम के विवाह अनुष्ठान का आयोजन । भीष्म पंचक व्रत जो देव प्रबोधिनी एकादशी से आरंभ होता है उसका समापन होता है। एक दिन पूर्व  14 नवंबर को वैकुंठ चतुर्दशी व्रत पूजन किया जाता है।

कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली भी मनाई जाती है जिसे देवताओं के दीपावली उत्सव के रूप में जाना जाता है शिव जी द्वारा त्रिपुरा नामक राक्षस को परास्त करने से इसे त्रिपुरी या त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है।

इस दिन जैन समाज द्वारा अष्टांहिक पर्व कार्तिक शुक्ल अष्टमी से जगह जगह हर शहर में चल रहे होते है उन अष्टांहिक विधान पर्व का समापन भी इसी दिन किया जाता है।

जैन ने कहा कि इस दिन गांग जी में या सरोवर में  स्नान नहीं कर सकते तो  घर पर ही गंगा जल युक्त जल से स्नान व्रत,दान,मंत्र जाप पाठ अवश्य करना चाहिए।

14 नवंबर 2024, गुरुवार का पंचांग

 

*सूर्योदय :-* 06:44 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:26 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वीरनिर्वाण संवत- 2551* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

दक्षिण  गोल 

*ऋतु* : - हेमंत  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज कार्तिक  माह  शुक्ल पक्ष *त्रयोदशी तिथि*  09:43 बजे तक फिर चतुर्दशी  तिथि चलेगी।

💥 *नक्षत्र* अश्वनी नक्षत्र 24:32 बजे  तक फिर भरणी चलेगा।

    *योग* :- आज *सिद्धि है।  *करण*  :-आज   *तैतिल* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक 03:10am पर समाप्त   गंडमूल है भद्रा नहीं है।

योग:

*अग्निवास*: आज पृथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज  दक्षिण दिशा में।

*राहूकाल* :आज  13:26 बजे से 14:46 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:43 बजे से 12:26 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहार* :- वैकुंठ चतुर्थी,पंडित नेहरू जयंती 

*मुहूर्त* : सगाई, व्यापार, वाहन नाम कारण,अन्न प्रसन्न है अन्य  कोई नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-तुला, चन्द्र,मेष, मंगल-कर्क, बुध-वृश्चिक, गुरु-वृष, शुक्र-धनु, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

शुभ 06:44 - 08:05 शुभ

रोग 08:05 - 09:25 अशुभ

उद्वेग 09:25 - 10:45 अशुभ

चर 10:45 - 12:05 शुभ

लाभ 12:05 - 13:26 शुभ

अमृत 13:26 - 14:46 शुभ

काल 14:46 - 16:06 अशुभ

शुभ 16:06 - 17:26 शुभ

*🌓चोघडिया, रात*

अमृत 17:26 - 19:06 शुभ

चर 19:06 - 20:46 शुभ

रोग 20:46 - 22:26 अशुभ

काल 22:26 - 24:06*अशुभ

 *अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

ग्वालियर डिविजन म्युचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन ने 12वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया

 


 ग्वालियर /  हाल ही में शहर की रजिस्टर्ड संस्था ग्वालियर डिविजन म्युचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन ने अपना 12वां स्थापना दिवस एक होटल में धूमधाम से मनाया I 

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एक्सिस म्युचुअल फंड की सीनियर प्रोडक्ट मैनेजर श्रीमती शिखा वगैरिया थी जो मुंबई से आई थी 

संस्था के अध्यक्ष श्री मनोज शर्मा संयुक्त अध्यक्ष अनुराग श्रीवास्तव संरक्षक केके गुप्ता कोषाध्यक्ष मुकेश गुप्ता एवं सचिव नितिन सिंघल मंचासीन रहे कार्यक्रम का संचालन संयुक्त अध्यक्ष अनुराग श्रीवास्तव ने किया I 


मुख्य अतिथि का स्वागत अध्यक्ष मनोज शर्मा एवं सह सचिव लीना सिंघल ने किया I 

कार्यक्रम में गीत संगीत एवं मनोरंजक खेल के साथ-साथ संस्था के सदस्यों की विशिष्ट उपलब्धि पर उन्हें अवार्ड देकर सम्मानित किया गया 

पिछले कुछ माह में संस्था से जुड़े नए सदस्यों का भी सम्मान किया गया 

कार्यक्रम में म्युचुअल फंड कंपनियों के उच्च अधिकारी सम्मिलित हुए जो विभिन्न शहरों से आए थे जिन्हें संस्था द्वारा पुष्प हार पहना कर एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया अंत में आभार प्रदर्शन आदित्य गंगवाल द्वारा किया गया I 

इस अवसर पर धनराज दर्रा प्रदीप जैन अनिल कुमार गुप्ता नितिन सिंघल संजय सेंगर संजय अरोड़ा निलेश गुप्ता राकेश कुमार सिंघल आदि उपस्थित रहे I 

ज्ञातव्य हो कि उक्त संस्था म्युचुअल फंड निवेशकों एवं डिस्ट्रीब्यूटर्स के हितों की रक्षा के लिए तथा निवेश संबंधी जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 12 साल पहले बनाई गई थी I

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