29 नवम्बर 2024, शुक्रवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:56 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:22 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वीरनिर्वाण संवत- 2551* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

दक्षिण  गोल 

*ऋतु* : - हेमंत  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज मार्गशीर्ष  माह कृष्ण पक्ष  *त्रयोदशी तिथि* 08:39 बजे तक है उसके बाद चतुर्दशी तिथि  चलेगी।

💥 *नक्षत्र* स्वाति नक्षत्र 10:17 तक फिर विशाखा नक्षत्र  चलेगा।

    *योग* :- आज *शोभन* है। 

 *करण*  :-आज   *वणिज* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,गंडमूल नहीं है भद्रा 08:40 से 21:39 बजे तक।

योग:- 

*अग्निवास*: आज पृथ्वी पर   है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*राहूकाल* :आज  10:51 बजे से 12:10 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:49 बजे से 12:30 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहार*: प्रदोष व्रत 

*मुहूर्त* :  सगाई, व्यापार, नाम करण,भूमि पूजन / नींव  है। अन्य कोई नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-वृश्चिक, चन्द्र-तुला, मंगल-कर्क, बुध-वृश्चिक, गुरु-वृष, शुक्र-धनु, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

चर 06:57 - 08:15 शुभ

लाभ 08:15 - 09:33 शुभ

अमृत 09:33 - 10:51 शुभ

काल 10:51 - 12:10 अशुभ

शुभ 12:10 - 13:28 शुभ

रोग 13:28 - 14:46 अशुभ

उद्वेग 14:46 - 16:04 अशुभ

चर 16:04 - 17:23 शुभ

*🌓चोघडिया, रात*

रोग 17:23 - 19:04 अशुभ

काल 19:04 - 20:46 अशुभ

लाभ 20:46 - 22:28 शुभ

उद्वेग 22:28 - 24:10*अशुभ

 *अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

बाल विवाह मुक्त भारत का आगाज,बाल विवाह रोकने राष्ट्रीय पोर्टल शुरू

 


टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़ / भारत सरकार द्वारा नई दिल्ली में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की शुरुआत के साथ ही जिला प्रशासन व

कृषक सहयोग संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में जिले भर में रंगोली, चित्रकला, कैंडिल मार्च, रैलियों व शपथ ग्रहण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें चयनित 50 गांवों में वालिंटियर के सहयोग से लगभग 7680 लोगों ने सहभागिता की।  

  गौरतलब है कि कृषक सहयोग संस्थान बच्चों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए देश के 400 से भी ज्यादा जिलों में काम कर रहे 250 से भी ज्यादा गैरसरकारी संगठनों के गठबंधन जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी) का सहयोगी सदस्य है।

बड़ागांव खुर्द में महिला बाल विकास की परियोजना अधिकारी  सुश्री स्वेता चतुर्वेदी  व महिला थाना प्रभारी  श्रीमती सुषमा श्रीवास्तव ने स्कूली बच्चों, महिलाओं और पंचायत प्रतिनिधियों व अन्य को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई। जिले में जगह-जगह हुए कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में ग्रामीणों, पंचायत प्रतिनिधियों, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, बाल विवाह निषेध अधिकारी (सीएमपीओ) ने भी भागीदारी की और बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई।

यह कार्यक्रम देश को बाल विवाह  से मुक्त करने के लिए भारत सरकार के बाल विवाह मुक्त भारत’ के आह्वान के समर्थन में किया गया, जिसका उद्घाटन 27 नवंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने किया। इस दौरान उन्होंने पंचायतों और स्कूलों को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई। उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही शपथ लेने वालों की संख्या 25 करोड़ तक पहुंच जाएगी। इस मौके पर बाल विवाहों की सूचना व शिकायत के लिए एक राष्ट्रीय पोर्टल भी शुरू किया गया।

बाल विवाह मुक्त भारत के इस राष्ट्रव्यापी अभियान और जमीन पर इसके असर की चर्चा करते हुए कृषक सहयोग संस्थान द्वारा एक्सेस टू जस्टिस के जिला समन्वयक अक्षय मिश्रा ने कहा कि,  “प्रधानमंत्री श्रीनरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में बाल विवाह जैसी कुरीति को खत्म करने के लिए महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की ओर से शुरू किया गया अभियान इस बात का सबूत है, कि सरकार इस सामाजिक बुराई की गंभीरता से अवगत है। आज भी देश में 23 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों का बाल विवाह होता है, जो न सिर्फ जीवनसाथी चुनने के उनके अधिकार का हनन है, बल्कि इससे लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ रोजगार और आर्थिक निर्भरता की उनकी संभावनाओं पर भी बेहद बुरा असर होता है। सरकार की योजना इस अभियान में सभी हितधारकों को साथ लेकर चलने की है और ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन’ का सहयोगी संगठन होने के नाते हम इसमें पूरी तरह साथ हैं। वर्षों से बाल विवाह के खिलाफ काम करने के नाते हम भली भांति जानते हैं कि समग्र और समन्वित प्रयासों के बिना यह लड़ाई नहीं जीती जा सकती। लेकिन अब हमें विश्वास है कि सरकार और नागरिक समाज के साझा प्रयासों से भारत 2030 से पहले ही बाल विवाह के खात्मे के लक्ष्य को हासिल कर सकता है।”

इस अवसर पर एक्सेस टू जस्टिस के लोकेंद्र कुशवाहा, महिला पर्यवेक्षक श्रीमती शिवानी खरे, सहित तमाम महिला कर्मचारी उपस्थित रही।

टीकमगढ़ के बल्देवगढ़ में दिग्विजय बोले किसानों को समय पर मिले खाद

टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़ :- खरगापुर विधानसभा के बल्देवगढ़ में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव दिग्विजय सिंह गौर ने किसानों एवंकार्यकर्ताओं के साथ  बल्देवगढ़ sdm कार्यालय का घेराव किया और राज्यपाल के नाम ज्ञापन पत्र सोपा और कहा कि किसानों को समय पर खाद मिले जिससे किसान परेशान ना हो अगर किसानों को समय पर खाद नहीं मिलता है तो हम किसानों के साथ अनशन पर बैठने के लिए विवश हो जायेगे उन्होंने साथ ही मांग की बांध सूजारा नहर योजना के सभी फीडरों को खोला जाए जिससे किसानों को समय पर सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो वही नगर बल्देवगढ़ के ग्वाल सागर तालाब एवं खरगापुर के तालाब में अत्यधिक कचरा हो गया है जिससे पानी दूषित हो रहा है जिसको शीघ्र ही दोनों तालाबों की सफाई कराई जाए वही नगर बल्देवगढ़ में बाईपास सड़क का कार्य जो अधूरा पड़ा है जिससे राहगीरों को हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ता है जिसको शीघ्र ही निर्माण कार्य कराया जाए जिससे आमजन को राहत पहुंचे वहीं उन्होंने बिजली की समस्या को देखते हुए मांग की की ग्रामीण क्षेत्रों में जो ट्रांसफार्मर खराब पड़े हुए हैं उनको तत्काल ठीक करा कर विद्युत लाइनों में सुधार किया जाए जिससे किसानों को समय पर बिजली प्राप्त हो जिससे किसान अपनी बोनी समय पर कर सकें वहीं उन्होंने कई मुद्दों पर आमजन से मुलाकात की इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष सुरेंद्र यादव ,सेवादल दल अध्यक्ष नन्द राय जिला उपाध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह ,अनुसूचित जाति कांग्रेस जिला अध्यक्ष नीरज देशमुख , एन एस यू आई अंकित कश्यप ,आकाश तिवारी , केसब सेन, पुष्पेंद्र यादव ,श्रीराम यादव ,केहर सिंह , मुन्नाआदिवासी , देवेंद्र यादव , सरपंच  रतीरामअहिरवार , किशोरी आदिवासी ,  समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहे !

28 नवम्बर 2024, गुरुवार का पंचांग

 

*सूर्योदय :-* 06:55 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:22 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वीरनिर्वाण संवत- 2551* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

दक्षिण  गोल 

*ऋतु* : - हेमंत  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज मार्गशीर्ष  माह कृष्ण पक्ष  *त्रयोदशी तिथि* दिन रात तक चलेगी।

💥 *नक्षत्र* चित्रा नक्षत्र 07:35 तक फिर स्वाति नक्षत्र  चलेगा।

    *योग* :- आज *सौभाग्य* है। 

 *करण*  :-आज   *गर* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, भद्रा,गंडमूल नहीं है।

योग:- 

*अग्निवास*: आज पाताल में  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज दक्षिण दिशा में।

*राहूकाल* :आज  13:28 बजे से 14:46 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:45 बजे से 12:27 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहार*: प्रदोष व्रत 

*मुहूर्त* :  सगाई, व्यापार, नाम करण,भूमि पूजन / नींव  है। अन्य कोई नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-वृश्चिक, चन्द्र-तुला, मंगल-कर्क, बुध-वृश्चिक, गुरु-वृष, शुक्र-धनु, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

शुभ 06:56 - 08:14 शुभ

रोग 08:14 - 09:32 अशुभ

उद्वेग 09:32 - 10:51 अशुभ

चर 10:51 - 12:09 शुभ

लाभ 12:09 - 13:28 शुभ

अमृत 13:28 - 14:46 शुभ

काल 14:46 - 16:04 अशुभ

शुभ 16:04 - 17:23 शुभ

*🌓चोघडिया, रात*

अमृत 17:23 - 19:04 शुभ

चर 19:04 - 20:46 शुभ

रोग 20:46 - 22:28 अशुभ

काल 22:28 - 24:10*अशुभ

 *अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

संगठन चुनाव के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त

नई दिल्ली. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के संगठन चुनाव के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए है। पार्टी ने महासचिव सुनील बंसल को पश्चिम बंगाल, असम, झारखंड और हरियाणा का पर्यवेक्षक बनाया गया है। तरूण चुग को केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कर्नाटक और लक्षद्वीप का पर्यवेक्षक बनाया गया। विनोद तावडे को बिहार और यूपी का पर्यवेक्षक बनाया गया। विनोद तावडे को बिहार और यूपी का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। वहीं शिवप्रकाश को मप्र, छत्तीसगढ, आंध्र प्रदेश व तेलंगाना की जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि शिवप्रकाश अभी पार्टी में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे है।

इन नेताओं को भी मिली जिम्मेदारी

गोवा, दमन द्वीप और दादर नगर हवेली की अरुण सिंह को जिम्मेदारी गई गई है। राधा मोहन दास को राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़ और गुजरात का पर्यवेक्षक बनाया गया है। सतीश पूनिया को हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और उत्तराखंड का पर्यवेक्षक बनाया है। अमित मालवीय को पश्चिम बंगाल, झारखंड, असम और हरियाणा की जिम्मेदारी दी गई है। राजकुमार चाहर को हिमालचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और उत्तराखंड का पर्यवेक्षक बनाया है। बता दें कि राजकुमार चाहर बीजेपी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। लाल सिंह आर्य को बिहार और यूपी की जिम्मेदारी दी गई है। लाल सिंह आर्य अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए दिसंबर में चुनाव होने हैं। इससे पहले सभी राज्यों में संगठन के चुनाव के चुनाव संपन्न होने हैं। इसके लिए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ऑब्जर्वर्स की नियुक्ति की हैं। इस बार ऑब्जर्वर्स में पार्टी ने कई ऐसा नेताओं को भी मौका दिया है जो कि राष्ट्रीय पटल पर पहली बार सामने आए हैं।

27 नवम्बर 2024, बुधवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:54 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:22 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वीरनिर्वाण संवत- 2551* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

दक्षिण  गोल 

*ऋतु* : - हेमंत  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज मार्गशीर्ष  माह कृष्ण पक्ष  *द्वादशी तिथि*  30:23 बजे तक फिर त्रयोदशी  तिथि चलेगी।

💥 *नक्षत्र* चित्रा नक्षत्र दिन रात चलेगा।

    *योग* :- आज *आयुष्मान* है। 

 *करण*  :-आज   *कौलव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, भद्रा,गंडमूल नहीं है।

योग:- 

*अग्निवास*: आज पृथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज उत्तर दिशा में।

*राहूकाल* :आज  12:03 बजे से 13:27 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:45 बजे से 12:27 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहार*: 

*मुहूर्त* :  सगाई, व्यापार, वाहन, नाम करणभूमि पूजन / नींव है अन्य कोई नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-वृश्चिक, चन्द्र-कन्या, मंगल-कर्क, बुध-वृश्चिक, गुरु-वृष, शुक्र-धनु, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

लाभ 06:55 - 08:13 शुभ

अमृत 08:13 - 09:32 शुभ

काल 09:32 - 10:50 अशुभ

शुभ 10:50 - 12:09 शुभ

रोग 12:09 - 13:27 अशुभ

उद्वेग 13:27 - 14:46 अशुभ

चर 14:46 - 16:04 शुभ

लाभ 16:04 - 17:23 शुभ

*🌓चोघडिया, रात*

उद्वेग 17:23 - 19:04 अशुभ

शुभ 19:04 - 20:46 शुभ

अमृत 20:46 - 22:28 शुभ

चर 22:28 - 24:09*शुभ

 *अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

हरिशंकर खटीक ने टीकमगढ़ में ली बूथ समिति की जिला बैठक


टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़। भाजपा प्रदेश महामंत्री व जतारा विधायक हरिशंकर खटीक ने टीकमगढ़ में बूथ समिति की बैठक ली। भाजपा मीडिया प्रभारी स्वप्निल तिवारी ने बताया कि भाजपा प्रदेश महामंत्री व जतारा विधायक हरिशंकर खटीक ने टीकमगढ़ नवीन भाजपा कार्यालय में भाजपा के तीनों महामंत्रियों के साथ बैठक ली, जिसमें उन्होंने जिले की बूथ समितियों का ऑनलाइन व ऑफलाइन वेरिफिकेशन देखा, 11 लोगों की बूथ समिति का ब्यौरा तैयार किया, साथ भाजपा महामंत्री पूरनचंद्र लोधी, आशुतोष भट्ट व अश्वनी चढ़ार मुख्य रूप से उपस्थित रहे। विधायक हरिशंकर खटीक ने बताया कि 11 लोगों की बूथ समितियां सभी बूथों पर बन चुकी है जिनका ऑनलाइन व ऑफलाइन वेरिफिकेशन हुआ है, बूथ समिति में बूथ अध्यक्ष, महामंत्री, बीएलए,सदस्य, ग्रुप एडमिन, मन की बात कार्यक्रम प्रभारी, अनुसूचित जाति व जनजाति सदस्य एवं महिला सदस्य के रूप में यह सभी बूथों पर बूथ समिति बनी है, जिनका विस्तृत ब्यौरा उनके द्वारा 27 नवंबर को उनके द्वारा भोपाल में प्रदेश बैठक में रखा जाएगा, बूथ समिति का कार्य तय सीमा में पूरा हुआ है, इसलिए सभी कार्यकर्ताओं को बधाई।

संविधान दिवस के अवसर पर वन परिक्षेत्र जतारा में रन फॉर कांस्टीट्यूशन का किया गया आयोजन

टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़:- जतारा में संविधान दिवस के अवसर पर वन परिक्षेत्र जतारा अन्तर्गत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

जिसके तहत् सर्वप्रथम समस्त स्टॉफ को वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा शिशुपाल अहिरवार के द्वारा संविधान की प्रस्तावना का वाचन कराते हुए संविधान की शपथ दिलाई गई।

संविधान की शपथ दिलाने के उपरांत रन फॉर कांस्टीट्यूशन रैली का आयोजन किया गया जो वन परिक्षेत्र कार्यालय जतारा से शुरू होकर बस स्टैंड जतारा, हॉस्पिटल जतारा होते हुए नगरपालिका जतारा से नायक जी के चौराहा से वापिस रेंज ऑफिस में रन फॉर कांस्टीट्यूशन रैली का समापन किया गया।

रन फॉर कांस्टीट्यूशन रैली के दौरान वन अमले के द्वारा संवैधानिक/मानवीय मूल्यों (समता स्वंतत्रता न्याय समाजिक सौहार्द एवं पर्यावरण मित्रता)  का संदेश आम जनमानुष को देते हुए संविधान और पर्यावरण को अक्षुण बनाए रखने की अपील की गई।।

संविधान ,संसद और हमारी सरकार


विषय गंभीर  है ,इसलिए इसे गंभीरता से ही पढ़िए। देश के संविधान के 74  साल पूरे हो गए हैं और 75 वां साल शुरू हो गया है। इसी दीर्घायु संविधान से आज की सरकार धर्मनिरपेक्षता को निकाल फेंकना चाहती है ,लेकिन लाख-लाख शुक्रिया कि सरकार की बदनीयत पर देश की सबसे बड़ी अदालत ने पानी फेर दिया। इसी संविधान की शपथ लेकर  संसद में  जाने  वाले  लोग  दूसरी तरफ संसद को बहरा और गूंगा बनाने पर आमादा हैं। अब सवाल ये है कि हमारा संविधान और संसद क्या किसी सनक का शिकार हो सकता है ?

देश के संविधान की प्रस्तावना में पिछली सरकार द्वारा जोड़े गए दो शब्द आज की सरकार और उसके समर्थकों की आँख में कांटे की तरह चुभ रहे है।  इन्हें  विलोपित करने के लिए फिलहाल संसद में प्रस्ताव नहीं आया है लेकिन कुछ लोग सर्वोच्च न्यायालय जा पहुंचे।सुप्रीम कोर्ट ने  संविधान की प्रस्तावना में 'समाजवादी' और 'पंथनिरपेक्ष' शब्दों को हटाने की मांग वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया। अदालत ने कहा कि प्रस्तावना के मूल सिद्धांत पंथनिरपेक्ष लोकाचार को दर्शाते हैं। केशवानंद भारती और एसआर बोम्मई सहित कई फैसलों में कहा गया है कि पंथनिरपेक्षता संविधान की एक बुनियादी विशेषता है।

इन दो शब्दों को लेकर आज की सरकार और संविधान के बीच का टकराव साफ़ देखा जा सकता है।  हाल ही में सम्पन्न हुए महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा के चुनावों में संविधान की मूल भावना के खिलाफ ' सरकार और सरकारी पार्टी ने ' बटोगे तो कटोगे ' का बीभत्स नारा उछाला। लेकिन किसी ने सरकार को रोका नहीं। आखिर किसके पास इतनी ताकत है कि जो वो सरकार को संविधान के खिलाफ जाने से रोके ? ये काम  या तो देश की सबसे बड़ी अदालत कर सकती है या फिर जनता की अदालत। जनता की अदालत संसद होती है उसे गूंगा-बहरा बनाने की कोशिश की जा रही है। संसद के शीत सत्र के पहले ही दिन लोकसभा की कार्रवाई केवल 1  मिनिट चली और तत्काल स्थगित कर दी गयी । लोकसभा अध्यक्ष ने सदन चलने की कोई कोशिश नहीं की ।  लगता है जैसे वे घर से ही सोचकर निकले थे कि संसद की कार्रवाई को चलाना ही नहीं है।

प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र दामोदर दास मोदी  ने संसद में प्रवेश से पहले ही कह दिया कि जिन लोगों को जनता ने ठुकरा दिया है वे मुठ्ठी भर लोग संसद में हंगामा करते है।  अब कोई मोदी जी से कैसे पूछे कि सदन में जनता द्वारा चुने हुए लोग ही प्रवेश करते हैं ठुकराए हुए नहीं। और ये लोग मुठ्ठी भर नहीं हैं सैकड़ों की संख्या में हैं। इन्हें इस तरह से लांछित नहीं किया जा सकता। मुश्किल ये है कि माननीय प्रधानमंत्री न संसद के बाहर सवालों का सामना करते हैं और न संसद में।  उनकी अग्निवीर सेना संसद में संविधान के बजाय ' मोदी-' मोदी ' के नारे लगाकर आतंक पैदा करना चाहती है। आखिर मोदी जी महाराष्ट्र में जीते  हैं तो झारखण्ड  में बुरी  तरह हारे  भी  हैं। फिर इस नारेबाजी का क्या अर्थ है ?इससे क्या हासिल होने वाला है ?

हमारी मौजूदा बैशाखी पर टिकी सरकार को शायद ये भरम हो गया है कि हमारा संविधान उनके मतलब का नहीं है ,क्योंकि जब संविधान बनाया गया तब माननीय मोदी जी थे ही नहीं। आपको बता दें कि भारतीय संविधान की 'प्रस्तावना' एक संक्षिप्त परिचयात्मक कथन है। प्रस्तावना किसी दस्तावेज के दर्शन और उद्देश्यों को बताती है। इसे 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू हुआ था। दरअसल, 1946 में जवाहरलाल नेहरू ने संवैधानिक ढांचे का वर्णन करते हुए उद्देश्य प्रस्ताव पेश किया था। 1947 (22 जनवरी) में इसे अपनाया गया। इसने भारत के संविधान को आकार दिया और इसका संशोधित रूप भारतीय संविधान की प्रस्तावना में परिलक्षित होता है।

भारतीय संविधान की प्रस्तावना में केवल एक बार 42वें संशोधन अधिनियम, 1976 के जरिए संशोधन किया गया है। 'समाजवादी', 'पंथनिरपेक्ष' और 'अखंडता' शब्द 42वें संशोधन अधिनियम, 1976 के जरिए प्रस्तावना में जोड़े गए। 'संप्रभु' और 'लोकतांत्रिक' के बीच 'समाजवादी' और 'पंथनिरपेक्ष' शब्द जोड़ दिए गए। 'राष्ट्र की एकता' को बदलकर 'राष्ट्र की एकता और अखंडता' कर दिया गया।ये शब्द भाजपा को अजीर्ण पैदा करते हैं। इसीलिए भाजपा न जाने कब से संविधना से इन शब्दों को हटाने की फ़िराक में हैं ,लेकिन कहते हैं की ऊपर वाला बड़ा दयालु है ।  गंजों को नाखून नहीं देता। संविधान में संशोधन के लिए जितनी ताकत [ संख्या बल ] चाहिए उतना भाजपा अभी तक जुटा नहीं पायी। हारकर उसने अदालत की शरण ली।

शीर्ष अदालत में भाजपा नेता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी, सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय और बलराम सिंह ने इसे लेकर याचिकाएं दाखिल की थीं। याचिकाओं में 1976 में 42वें संशोधन के जरिये संविधान की प्रस्तावना में शामिल किए गए दो शब्दों पंथनिरपेक्ष और सामाजवाद को हटाने की मांग की गई। याचिकाओं में कहा गया कि ये दोनों शब्द 1949 में तैयार किए गए संविधान के मूल प्रस्तावना में नहीं हैं। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की पीठ ने इन याचिकाओं पर सुनवाई की और  22 नवंबर को आदेश सुरक्षित रखा था।अब शीर्ष अदालत  में भी भाजपा  का सपना  चकनाचूर  हो चुका  है।  इसकी  खीज  आप  संसद में साफ़ देख  सकते  हैं। सरकार ने मन  बना  लिया  है की उसे संसद में हंगामे  को बहना  बनाकर  किसी भी सवाल का उत्तर  देना  ही नहीं है।

देश का दुर्भाग्य  ये है कि देश के पास इस समय एक कजहिजी हुई,बौखलाई हुई,मन से हारी  हुई एक ऐसी सरकार है जो विपक्ष  को फूटी आँख नहीं देखना  चाहती आपको याद   होगा  कि इसी पार्टी की सरकार ने पिछली संसद में किस  तरह से थोक  में सांसदों  को सदन से बाहर का रास्ता  दिखाकर अपनी  मनमानी की थी। इस बार भी मुझे यही आशंका है कि सरकार सदन चलाना ही नहीं चाहती ।  सरकार के तेवर बता रहे हैं कि  उसे किसी की परवाह नहीं है।  न सदन की गरिमा की ,न सदन  के सदस्यों के मान-अपमान की और न जनाकांक्षाओं की।लोकसभा और राज्य  सभा  के हिस्से  में पहली  बार सरकार के कठपुतली  पीठासीन  प्रमुख  आये  हैं ,जो सदन को नियमों  ,और परम्पराओं  के अनुरूप  चलने के बजाय सरकार के  इशारों  से चलना  चाहते  हैं। आप कल्पना  कर सकते हैं कि जो सरकार संविधान की लाल  जिल्द देखकर बिदकती हो वो संविधान और संसद की गरिमा की रक्षा क्या ख़ाक करेगी ?

बहरहाल संविधान की हीरक जयंती पर आप सभी  को शुभकामनाएं।  अब संविधान को बचाने का दायित्व   सांसदों   के साथ  ही जनता के ऊपर भी है ।  जनता यदि  घरों  में टीवी  सेट्स  से चिपके  रहकर  सामविधान और संसद की रकक्षा  करना चाहेगी  तो उसे कुछ भी हासिल नहीं होगा ।

@ राकेश अचल

26 नवम्बर 2024, मंगलवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:54 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:22 बजे 

*विक्रम संवत-2081* शाके-1946 

*वीरनिर्वाण संवत- 2551* 

*सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन,

दक्षिण  गोल 

*ऋतु* : - हेमंत  ऋतु

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज मार्गशीर्ष  माह कृष्ण पक्ष  *एकादशी तिथि*  27:47 बजे तक फिर द्वादशी  तिथि चलेगी।

💥 *नक्षत्र* हस्त नक्षत्र 28:34 बजे  तक फिर चित्रा नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *प्रीति* है। 

 *करण*  :-आज   *बव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, भद्रा,गंडमूल नहीं है।

योग:- 

*अग्निवास*: आज पाताल में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज उत्तर दिशा में।

*राहूकाल* :आज  14:46 बजे से 16:04 बजे तक  अशुभ समय है।

*अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:45 बजे से 12:27 बजे तक  शुभ 

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहार*: उत्पन्ना एकादशी 

*मुहूर्त* :  कोई नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-वृश्चिक, चन्द्र-कन्या, मंगल-कर्क, बुध-वृश्चिक, गुरु-वृष, शुक्र-धनु, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

*🌞चोघडिया, दिन*

रोग 06:54 - 08:13 अशुभ

उद्वेग 08:13 - 09:31 अशुभ

चर 09:31 - 10:50 शुभ

लाभ 10:50 - 12:08 शुभ

अमृत 12:08 - 13:27 शुभ

काल 13:27 - 14:46 अशुभ

शुभ 14:46 - 16:04 शुभ

रोग 16:04 - 17:23 अशुभ

*🌓चोघडिया, रात*

काल 17:23 - 19:04 अशुभ

लाभ 19:04 - 20:46 शुभ

उद्वेग 20:46 - 22:27 अशुभ

शुभ 22:27 - 24:09*शुभ

*अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें _मो  9425187186 (अभी तक अनेक जटिल मुद्दों पर भविष्यवाणी अक्षरतः सत्य सिद्ध हुई)* *ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रिय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)* 

*हस्तरेखा,जन्म कुंडली,वास्तु विशेषज्ञ*

उत्पन्ना एकादशी व्रत हस्त नक्षत्र,सौम्य और प्रीति योग में

यूं तो हर माह में दो एकादशी आती है एक कृष्ण पक्ष में दूसरी शुक्ल पक्ष में इस प्रकार पूरे एक वर्ष भर में 24 एकादशी आती है ।

वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने बताया कि हर एकादशी तिथि का अपना-अपना महत्व होता है इसी प्रकार उत्पन्न एकादशी का बहुत बड़ा महत्व है।

एकादशी का व्रत  मार्गशीर्ष  माह कृष्ण पक्ष में एकादशी तिथि को व्रत किया जाता है इस व्रत में भगवान श्री कृष्ण जी की, विष्णु जी, लक्ष्मी जी की पूजा का विधान है। व्रत रखने वाले को दशमी तिथि के दिन रात में  भोजन नहीं करना चाहिए  दिन अस्त होने से पहले ही कर लेना चाहिए।

और एकादशी के दिन ब्रह्म बेला में भगवान कृष्ण भगवान, विष्णु और लक्ष्मी जी की पुष्प, जल, अक्षत ,धूप,दीप से पूजन करके पूजा अर्चना प्रार्थना करनी चाहिए। इस व्रत में केवल फलों का ही भोग लगाया जाता है ब्रह्मा विष्णु महेश त्रिदेवों का संयुक्त अंश माना जाता है।इस एकादशी का व्रत   मोक्ष देने वाला व्रत कहा जाता है और अनेक पापों को नष्ट करता है।

 जैन ने बताया कि एकादशी तिथि 25 नवंबर की रात्रि यानी 26 नवंबर को रात 01:01 बजे  पर प्रारंभ होगी और यह 26 नवंबर की रात्रि 27 नवम्बर की रात 03:45 पर समाप्त होगी 26 नवंबर मंगलवार को पूरे दिन उदय काल में यह तिथि हस्त नक्षत्र सौम्य योग और प्रीति योग में रहेगी इसी दिन मंगलवार के दिन उत्पन्ना एकादशी का व्रत होगा इसके दूसरे दिन 27 नवंबर बुधवार को हरी वासर समाप्त होने का समय 10:26 बजे प्रातः है।

इस समय के उपरांत इस व्रत का पारण  करना चाहिए । पारण का  समय दोपहर 01:09 से 03:17 बजे तक रहेगा। पारण को द्वादशी तिथि  समाप्ति होने  से पहले करना अति आवश्यक है।

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