खंगार क्षत्रिय समाज ने बढ़े हर्षोल्लास से मनाई महाराजा खेतसिंह खंगार जू देव की 884 वीं जन्मजयंती

        Aapkedwar news–ajay ahirwar 

टीकमगढ़–नगर के गंजी खाना स्थित महाराजा खेतसिंह जू देव की प्रतिमा के समक्ष, खंगार क्षत्रिय समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर, प्रथम हिंदु राष्ट्र के संस्थापक, महाराजा खेतसिंह जी की 884 वीं जन्मजयंती बड़े हर्ष के साथ मनाई जहां , नगर, जिले के सभी सम्मानित, जन प्रतिनिधियों ने सहभागिता की, समाज के युवा वर्ग ने सभी को स्मृति चिन्ह भेंट कर, सम्मान किया, साथ ही, कार्यक्रम में कवि सम्मेलन, महिलाओं ने बड़ी संख्या में गीत गायन किया इसके पश्चात् निरंतर भंडारा, चलाया गया, कार्यक्रम संयोजक,युवा क्षत्रिय खंगार समाज के, युवा वर्ग ने किया, जिसमें कार्यक्रम देवेन्द्र सिंह, सतेन्द्र सिंह राय, प्रशांत सिंह राय, शक्ति सिंह राय,अंशुल राय,राजा राय,ब्रजेन्द सिंह , संजय सिंह खंगार, रवि राय,आदित्य राय,मेडी अशोक राय, रामदयाल खरगापुर,अरविंद राय, मोहित राय, जितेन्द्र कुंडेश्वर,राजु पैतपुरा, राघवेन्द्र राय, विक्रम सिंह राय, धर्मेंद्र राय , आदित्य नारगुढा. आदि ।

ग्वालियर व्यापार मेला के सफल संचालन के संबंध में अधिकारी पूरी गंभीरता के साथ कार्य करें : संभागीय आयुक्त मनोज खत्री

ग्वालियर 26 दिसम्बर । ग्वालियर व्यापार मेला वर्ष 2024-25 के सफल एवं सुचारू संचालन के संबंध में मेला प्राधिकरण के अधिकारी पूरी गंभीरता के साथ कार्य करें। 


मेले में आए दुकानदारों के साथ ही मेला घूमने आने वाले सैलानियों को भी किसी प्रकार का कष्ट न हो और वे मेले का आनंद उठा सकें। इसके सभी प्रबंधन किए जाएं। संभागीय आयुक्त श्री मनोज खत्री ने गुरुवार को मेले के निरीक्षण के दौरान मेला प्राधिकरण के अधिकारियों और विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। इस मौके पर अपर कलेक्टर एवं मेला अधिकारी श्रीमती अंजू अरुण कुमार, एसडीएम श्री अशोक चौहान, मेला सचिव श्री टी आर रावत सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। 

संभागीय आयुक्त श्री मनोज खत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ मेले के विभिन्न सेक्टरों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि मेले के संचालन में जो छोटी-मोटी कमियां रह गई हैं, उसे तत्परता से पूर्ण किया जाए। मेले में सुरक्षा एवं निगरानी के उद्देश्य से लगाए गए सीसीटीव्ही कैमरों को सही एंगल में लगाकर निरंतर चालू रहें, यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने मेला कंट्रोल रूम, झूला सेक्टर एवं विभिन्न छत्रियों का भी निरीक्षण किया। 

संभागीय आयुक्त श्री खत्री ने निरीक्षण के दौरान लघु उद्योग निगम के तकनीकी अधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि मेला परिसर में सड़क निर्माण का कार्य पूर्ण गुणवत्ता और समय-सीमा में किया जाए। झूला सेक्टर के संबंध में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री को झूलों की फिटनेस रिपोर्ट देने के संबंध में भी निर्देशित किया गया।

एक शाम अटलजी के नाम कार्यक्रम में आशुतोष राणा की मौजूदगी में कवियों ने की चुटीला बौछार

हाथ थाम लो वो फिर न छूटने पाये, प्यार की दौलतें कोई न लूटने पाये

 ग्वालियर। स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की सौवीं जन्मजयंती पर जेयू के अटल सभागार में मशहूर अभिनेता आशुतोष राणा की मौजूदगी में एक शाम अटलजी के नाम कार्यक्रम में देश के प्रख्यात कवियों ने अपनी रचनाओं ने न सिर्फ श्रोताओं को खूब गुदगुदाया, वहीं गीतों के राजकुमार डॉ विष्णु सक्सेना ने अपने चिरपरिचित अंदाज में अपने गीतों से मखमली अहसास कराया। इस मौके पर पटना से आई साहित्यकार प्रेरणा ने आशुतोष राणा का बहुत ही रोचक इंटरव्यू किया, जिसमें उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर हाजिर जबाव दिए। कार्यक्रम संयोजक देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर रामू ने सभी कवियों का अभिनंदन किया। इस मौके पर रघु तोमर मौजूद रहे।  डॉ विष्णु सक्सेना ने जब गीत की ये पंक्तियां पढ़ी-जो हाथ थाम लो वो फिर न छूटने पाये, प्यार की दौलतें कोई न लूटने पाये, जब भी छूलो बुलंदियां तो ध्यान ये रखना जमीं से पांव का रिश्ता न टूटने पाये। इस दौरान जॉनी वैरागी ने अपने खास अंदाज में हास्य की धुंआधार बैटिंग कर दर्शकों को सबसे ज्यादा हंसाया। भुवन मोहिनी ने  रात रात भर जाग जाग कर लड़की एक पटाई.....कविता सुनाई तो श्रोताओं ने खूब आनंद लिया।

 इस दौरान अजहर हाशमी, मुमताज नसीम, मेहसर अफरदी और रमेश मुस्कान ने भी अपने-अपने अंदाज में कविता पढ़कर श्रोताओं की खूब वाहवाही बटोरी। नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद भारत सिंह कुशवाह, पूर्व सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल, अटलजी के भानजे एवं पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, भाजपा जिलाध्यक्ष अभय चौधरी, अशोक जैन, रामेश्वर सिंह भदौरिया सहित हजारों श्रोता मौजूद रहे।

स्मृति शेष : राजनीति के नीलकंठ ' थे डॉ मनमोहन सिंह

 

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह अपनी जीवन यात्रा पूरी कर अनंत यात्रा पर निकल गए। डॉ मन मोहन सिंह देश के 13  वे ऐसे प्रधानमंत्री  थे जो बिना बोले ,बिना अभिनय किये ,बिना जुमले उछाले देश के 10  साल तक प्रधानमंत्री रहे। डॉ मन मोहन सिंह के प्रति मेरा मन हमेशा से शृद्धा से भरा रहा ,क्योंकि सही अर्थों में वे देश के मौन सेवक थे ।  मौन ही उनका आभूषण था। मौन ही उनका हथियार भी था।  देश और दुनिया ने उन्हें कभी चीखते-चिल्लाते न सदन में देखा और न किसी रैली में।

एक पत्रकार के रूप में मुझे डॉ मन मोहन सिंह से मिलने का अवसर आज से  कोई तीन दशक पहले तब मिला था जब वे देश के वित्त मंत्री थे ।  ग्वालियर के संसद और केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय माधव रॉ सिंधिया उन्हें लेकर ग्वालियर आये थे ।  उन्होंने बरई गांव में ग्रामीण हाट जैसी एक परियोजना का उद्घाटन किया था। उन्हें पहली बार मप्र चैंबर आफ कामर्स के सभागार में सुनने का मौक़ा मिला था। विद्व्त्ता उनके सम्भाषण से ही नहीं बल्कि उनके स्वभाव और  आचरण से टोकती थी।  वे एक खास लय में मुस्कराते थे।वे   विनोदी भी थे लेकिन उनका विनोद भी शालीनता की चाशनी में लिपटा रहता था।

देश का सौभाग्य रहा कि उसे डॉ मन मोहन सिंह जैसे विद्वान अर्थशास्त्री का नेतृत्व मिल।  वे आज की वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीता रमण से बिलकुल भिन्न थे।  कोई माने या न माने लेकिन देश और दुनिया की तारीख में डॉ मन मोहन सिंह भारत में आर्थिक सुधारों  के जनक रहे ।  मुझे लगता है कि  वे राजनीति के लिए बने ही नहीं थे ,लेकिन उनका प्रारब्ध उन्हें राजनीति   में खींच लाया। कांग्रेस ने उनकी योग्यता को पहचाना और देश हिट में उन्हें रजनीतिक मंच पर सबसे शीर्ष पद पर खड़ा कर दिया ,अन्यथा वे तो एक अध्यापक थे ,राजनीति से उनका कोई लेना-देना था ही नहीं।

देश के विभाजन की विभीषिका  पर आज जो लोग लम्बे -चौड़े भाषण देते हैं उन्हें  शायद ये पता भी नहीं होगा कि  डॉ मन मोहन सिंह ने इस त्रासदी को अपने बचपन  में ही भुगता ,लेकिन वे इससे टूटे नहीं ,बिखरे नहीं। देश के विभाजन के बाद सिंह का परिवार भारत चला आया।  पंजाब विश्वविद्यालय से उन्होंने  स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई पूरी की। बाद में वे  पीएच. डी.करने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय गये।। डॉ सिंह ने  आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से डी. फिल. भी किया। वे केवल प्राध्यापक ही नहीं बल्कि लेखक भी बने ।  उनकी पुस्तक ' इंडियाज़ एक्सपोर्ट ट्रेंड्स एंड प्रोस्पेक्ट्स फॉर सेल्फ सस्टेंड ग्रोथ '' भारत की अन्तर्मुखी व्यापार नीति की पहली प्रामाणिक  आलोचना मानी जाती है।

 डॉ॰ मन मोहन सिंह ने अर्थशास्त्र के अध्यापक के तौर पर अपनी पहचान बनाई और  ख्याति अर्जित की। वे पंजाब विश्वविद्यालय और बाद में प्रतिष्ठित दिल्ली स्कूल ऑफ इकनामिक्स में प्राध्यापक रहे।  वे संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन सचिवालय में सलाहकार भी रहे और वे दो बार जेनेवा में साउथ कमीशन में सचिव भी रहे। उनकी विद्व्त्ता को पहचानकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पहली बार डॉ मनमोहन  सिंह   को  आर्थिक सलाहकार बनाया ।बाद  में वे योजना आयोग के उपाध्यक्ष, रिजर्व बैंक के गवर्नर, प्रधानमन्त्री के आर्थिक सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष  जैसे अनेक मह्त्वपूर्ण पदों पर भी रहे।

देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री  पी वी नरसिंहराव ने मनमोहन सिंह को 1991में  वित्त मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंप दिया। उस वक्त   डॉ॰ मनमोहन सिंह संसद के किसी भी सदन के    सदस्य नहीं थे।  उन्हें  उसी साल असम से राज्यसभा के लिए चुना गया।सही अर्थों में भारत को विश्वगुरु बनाने की नीयव डॉ मन मोहन सिंह ने ही रखी।  उन्होंने ही भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का मार्ग प्रशस्त किया।  भारतीय अर्थव्यवस्था को विश्व बाज़ार के साथ जोड़ने का श्रेय डॉ मन मोहन सिंह को ही है।

भारत की अर्थव्यवस्था  जब घुटनों के बल चल रही थी,और प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव को को भंयकर  आलोचनाओं   का शिकार होना पड़ा रहा था। आज का सत्ता पक्ष तब विपक्ष में था और उन्हें उन्हें नए आर्थिक प्रयोग से सावधान कर रहा था। लेकिन मात्र दो वर्ष बाद ही डॉ मन मोहन सिंह की सूझबूझ  से आलोचकों के मुँह बंद हो गए । उदारीकरण के बेहतरीन परिणाम भारतीय अर्थव्यवस्था में नज़र आने लगे पटरी पर लाया जा सका  । मजे की बात ये है की डॉ मन मोहन सिंह ने प्रधानमंत्री बनने का सपना कभी नहीं देख।  उनके नाम पर कांग्रेस ने कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा ,किन्तु वे न केवल एक बार प्रधानमंत्री बने बल्कि लगातार दो बार प्रधानमंत्री बने। उनकी नीली पगड़ी और भक्क सफेद कुर्ता -पायजामा ही पहचान बना ।  उन्होंने कभी अपने आपको फैशन प्रधान प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया।

आज के प्रधानमंत्री ने राजनीति की सारी लक्ष्मण रेखाएं लांघते हुए डॉ मन मोहन सिंह की जितनी आलोचना की उसका कोई दूसरा उदाहरण नहीं है। लेकिन डॉ मन मोहन सिंह ने कभी कोई लक्ष्मण रेखा नहीं लांघी ।  वे पार्टी के भीतर भी राहुल गांधी की उद्दंडता को मौन रहकर पी गए।  वे रणजीति के नीलकंठ थे। वे मतदान करने स्ट्रेचर पर सदन में आये  तब भी आज के प्रधानमंत्री ने उनके बारे में अभद्र और निर्लज्ज टिप्पणी की किन्तु डॉ मन मोहन सिंह ने अपना संयम नहीं खोया ,वे सदा मुस्कराते रहे। उनके ऊपर भ्र्ष्टाचार के जितने भी राजनीतिक आरोप लगे वे सभी में बेदाग साबित हुए। डॉ मन मोहन सिंह ने कभी  सत्ता का इस्तेमाल अपने परिवार  के लिए नहीं किया। उन्होंने कभी अपनी सादगी की झांकी नहीं लगाईं। उन्हें कठपुतली प्रधानमंत्री कहा गया किन्तु  उन्होंने अपने आपको देश का सबसे ज्यादा संजीदा प्रधानमंत्री साबित किया। वे नेहरू नहीं थे,वे इंदिरा गाँधी नहीं थे ,उनकी अपनी कोई राजनीतिक विरासत भी नहीं थी,किन्तु वे अपने पीछे राजनीति में सुचिता की जो पगडण्डी छोड़ गए हैं उस पर चलना न मोदी जी के लिए सम्भव है और न किसी राहुल गांधी के लिए। ऐसे अनूठे देश सेवक के प्रति मेरी विनम्र श्रृद्धांजलि।

@ राकेश अचल

27 दिसंबर 2024, शुक्रवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 07:13 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:30 बजे 

*श्री विक्रमसंवत्-2081* शाके-1946 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण,दक्षिणगोल 

*🌧️ऋतु* : - शिशिर ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज पौष  माह कृष्ण पक्ष *द्वादशी तिथि* 26:26 बजे तक है उसके बाद त्रयोदशी तिथि  चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज विशाखा नक्षत्र* 20:28 बजे तक फिर अनुराधा नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *धृति* है। 

 *करण*  :-आज *कौलव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा ,गंडमूल नहीं है।   

*🔥अग्निवास*: आज पाताल में  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज पश्चिम दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज  11:05 बजे से 12:22 बजे तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 12:02 बजे से 12:43 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौह*:

*मुहूर्त* :- नामकरण,वाहन है अन्य नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-धनु, चन्द्र-तुला, मंगल-कर्क, बुध-वृश्चिक, गुरु-वृष, शुक्र-मकर, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

चर 07:14 - 08:31 शुभ

लाभ 08:31 - 09:48 शुभ

अमृत 09:48 - 11:05 शुभ

काल 11:05 - 12:22 अशुभ

शुभ 12:22 - 13:40 शुभ

रोग 13:40 - 14:57 अशुभ

उद्वेग 14:57 - 16:14 अशुभ

चर 16:14 - 17:31 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

रोग 17:31 - 19:14 अशुभ

काल 19:14 - 20:57 अशुभ

लाभ 20:57 - 22:40 शुभ

उद्वेग 22:40 - 24:23*अशुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

वन विभाग जतारा ने सुअर के शिकार में फरार आरोपी को टीकमगढ़ से किया गिरफ्तार

 टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़:- विदित हो कि वन परिक्षेत्र जतारा अन्तर्गत दिनांक 28/08/2024 को बीट हरपुरा के चतुरकारी गांव में हुए अवैध सुअर पंजीबद्ध वन अपराध प्रकरण क्रमांक 248/3 दिनांक 28/08/2024 में छै आरोपियों की गिरफ्तारी उपरांत फरार चल रहे सातवें आरोपी को आज दिवस वन परिक्षेत्र जतारा शिशुपाल अहिरवार को मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर फिल्मी स्टाइल में टीकमगढ़ में चलती बस से गिरफ्तार किया गया। सुअर के शिकार में गिरफ्तार आरोपी का नाम जानकी आदिवासी निवासी चतुरकारी बताया गया है।

खबर लिखने तक वन विभाग जतारा के द्वारा आरोपी को टीकमगढ़ से गिरफ्तार करने के उपरांत  पूछताछ कर बयानों की कार्यवाही के लिए वन परिक्षेत्र कार्यालय जतारा में अभिरक्षा में लिया गया है जिसके उपरांत माननीय न्यायलय जतारा में पेश किया जाएगा।

उक्त कार्यवाही मुख्य वन संरक्षक छतरपुर, वन मंडल अधिकारी टीकमगढ़ एवं उपवन मंडल अधिकारी टीकमगढ़ के दिशा निर्देशन और मार्गदर्शन में शिशुपाल अहिरवार वन परिक्षेत्र अधिकारी जतारा के कुशल नेतृत्व में की गई।

जिसमें वन परिक्षेत्र जतारा के अधिनस्थ वन अमले के रूप में अश्वनी मिश्रा डिप्टी रेंजर लार, शुभम पटेल वनरक्षक, प्रेमनारायण अहिरवार वनरक्षक, प्रमोद अहिरवार वनरक्षक, अमन प्रजापति वनरक्षक, अनिल द्विवेदी स्थाइकर्मी आजाद खान स्थाइकर्मी और वाहन चालक शहीद खान सम्मिलित रहे।

28 दिसंबर को कांग्रेस 140 वां स्थापना दिवस समारोह हर्षोल्लास से मनायेगी: डॉ देवेन्द्र शर्मा

ग्वालियर 26 दिसंबर। शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ देवेन्द्र शर्मा ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 28 दिसंबर को कांग्रेस का 140 वां स्थापना दिवस समारोह शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा कांग्रेस भवन, शिंदे की छावनी पर प्रातः 11.00 बजे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाएगा।

शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ देवेन्द्र शर्मा ने कांग्रेस के स्थापना दिवस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 28 दिसंबर को प्रातः 11.00 बजे कांग्रेस भवन, शिंदे की छावनी पर देश की आन-बान-शान के प्रतीक तिरंगे झंडे को फहराया जाएगा।

कार्यक्रम मंे विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व अध्यक्ष, स्वतंत्रता संग्राम सैनानी, वरिष्ठ कांग्रेस जन, प्रदेश कांग्रेस, जिला कांग्रेस, ब्लॉक कांग्रेस, मंडलम कांग्रेस, सेक्टर कांग्रेस, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, कांग्रेस सेवादल, कांग्रेस पार्षद, पूर्व पार्षद, कांग्रेस विभाग प्रकोष्ठ के पदाधिकारी सहित समस्त कांग्रेसजन उपस्थित रहेंगे।



टीकमगढ पुलिस द्वारा धोखाधडी के अपराध में आरोपियान को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर माल बरामद किया

       टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार 

टीकमगढ़ / फरियादी शंशाक जैन पिता ओमप्रकाश जैन उम्र 34 साल नि० सुधा सागर स्कूल के पास तालाबपुरा डोडाघाट ललितपुर ने थाना उपस्थित आकर एक टाइपसुदा स्व हस्ताक्षरित आवेदन पत्र आरोपीगण देवी सिंह, अशोक जैन, लच्छुवा प्रसाद, हीरा सिंह एवं प्रिया उर्फ विनीता लूनिया शादी के नाम पर धोखाधड़ी कर षडयंत्र बनाकर रुपये एवं जेवरात हङप लेने बाबत् संबंध मे पेश किया आवेदन पत्र के मजमून से प्रथम दृष्टया अपराध धारा 319(2),318(4), 61(2), 3(5) BNS का घटित होना पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़ मनोहर सिंह मंडलोई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़ सीताराम द्वारा निर्देशित एवं एसडीओपी टीकमगढ़ राहुल कटरे  के मार्गदर्शन में निरीक्षक पंकज शर्मा प्रभारी थाना कोतवाली मय हमराह पुलिस के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुये एवं तत्परता से आरोपियान की तलाश की गयी जो सूचना मिली की देवी सिंह, अशोक जैन, लच्छुवा प्रसाद, हीरा सिंह एवं प्रिया उर्फ विनीता लूनिया ग्राम पठा स्टेण्ड पर दिखाई दिये जो कही वाहर जाने की फिराक में दिख रहे है। जो सूचना ग्राम पठा स्टैण्ड मय टीम के पहुंचकर घेराबंदी कर आरोपियान देवी पिता दशरथ अहिरवार उम्र 31 साल नि० ग्राम तखा मजरा थाना देहात टीकमगढ 2- अशोक पिता प्रेमचंद्र जैन उम्र 35 साल नि० ग्राम पपौरा माडूमर टीकमगढ, 3-लछुआ पिता सूका अहिरवार उम्र 65 साल नि0 ग्राम गुदनवारा टीकमगढ, 4-हीरालाल उर्फ हीरा सिंह पिता रामलाल अहिरवार उम्र 32 साल नि0 ग्राम गुदनवारा टीकमगढ 5- विनीता उर्फ प्रिया सिंह पुत्री भागचंद्र नुनिया उम्र 26 साल नि0 मकान नं0 2812 बंधा गुडाहा थाना रीठी जिला कटनी टीकमगढ को मौके पर दस्तयाव कर गिर. किया गया जो अपराध में उपरोक्त आरोपियान पास से नगद रूपये, मोबाइल, जेवरात कुल कीमती 2,40,000/- रूपये का बरामद किया गया। आरोपियान उपरोक्त को गिर. कर जेआर पर पेश किया गया है।

उक्त कार्यवाही में निरीक्षक पंकज शर्मा, सउनि० सतीष त्रिपाठी, प्रआर0 148 मोहन, प्रआर0 173 भूपेन्द्र, प्रआर0 02रतिराम, मप्रआर0 485 अफरोज, आर0 607 छोटेलाल, महिला आर0 563 सुधा चौधरी,सराहनीय भूमिका रही।

कैसी होगी कुम्भ के बाद की राजनीति ?


जाते हुए  साल की राजनीति  के कुम्भ  में डुबकी लगाने वाले भारत देश में राजनीति कितनी बदली ये सभी ने देख लिया है। अब नए साल में प्रयाग में होने वाले कुम्भ के आयोजन से देश की राजनीति कितनी प्रभावित होगी कहना कठिन है। प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ शुरू होने जा रहा है। आम धारणा है  कि महाकुंभ के दौरान संगम में स्नान करने से पुण्यकारी फलों की प्राप्ति होती है। महाकुंभ समाप्त 26 फरवरी 2025 को होगा। महाकुम्भ के लिए उत्तरप्देश की सरकार की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। 
उत्तर प्रदेश धार्मिक गतिविधियों का नाभि केंद्र तो है ही साथ ही राजनीति  का भी नाभि केंद्र है ।  देश का मुखिया बनने के लिए मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी को बह इसी उत्तर प्रदेश में आना पड़ा था। इसी उत्तर प्रदेश ने 2014  और 2019 में भाजपा को चुनावी वैतरणी पार कराई थी और इसी उत्तर प्रदेश ने 2024 में भाजपा की नाव को डुबो भी दिया था ,फलस्वरूप देश के हिस्से में एक लंगड़ी सरकार आयी। उत्तर प्रदेश में राम मंदिर तो भाजपा को 400पार नहीं करा पाया लेकिन अब देखना ये है कि महाकुम्भ भाजपा को दिल्ली  जितवा सकता है या नहीं ?
अजीब संयोग है कि नए साल में महाकुम्भ और दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी पिछले 12 साल से सत्ता में है। भाजपा ने देश की सत्ता तो तीसरी बार हासिल कर ली लेकिन ख़ास दिल्ली की सत्ता आज भी भाजपा के लिए एक ख्वाब ही है। भाजपा को महाकुम्भ के जरिये अपने हिंदुत्व के एजेंडे को और मारक हथियार बनाकर दिल्ली की सत्ता हासिल करना है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार देश  की लंगड़ी सरकार की मदद से महाकुम्भ के जरिये पुण्य  अर्जित करना चाहती है ,लेकिन गंगा में निर्मल जल ही नहीं है। 
महाकुंभ के दौरान गंगा और यमुना नदियों में बगैर शोधित मल और जल यानी अनट्रीटेड वाटर छोड़े जाने से रोकने और गंगा जल की पर्याप्त उपलब्धता की मांग को लेकर दाखिल याचिकाओं पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल नई दिल्ली ने बेहद महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है।  एनजीटी ने केंद्र व यूपी सरकार से कहा है कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में गंगाजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. इसके साथ ही साथ ही गंगाजल की क्वालिटी पीने-आचमन करने और नहाने योग्य भी होनी चाहिए। एनजीटी ने अपने फैसले में कहा है कि महाकुंभ के दौरान जो भी श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज आएं. उन्हें गंगाजल को लेकर कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. गंगा में आस्था की डुबकी लगाने पर श्रद्धालुओं की सेहत पर कोई खराब असर कतई नहीं पड़ना चाहिए। 
प्रयाग में कुम्भ का आयोजन कब से हो रहा है इसका कोई लिखित प्रमाण नहीं है किन्तु ये एक सनातन आयोजन है। और बिना किसी के सहयोग से होता आ रहा है ।  ये तब भी सम्पन्न हुआ ,जब देश में मुगलों का शासन था और ये तब भी हुआ जब देश में अंग्रेजों का शासन था।  आजादी के बाद से इस आयोजन को राजसत्ता की प्रत्यक्ष मदद मिलने लगी लेकिन देश की राजनीति में जब से भाजपा का जन्म हुआ है और भाजपा उत्तर प्रदेश की सत्ता में आई है तब से कुम्भ का आयोजन धार्मिक के साथ ही राजनीतिक आयोजन भी ही गया है। यानि अब महाकुम्भ के माध्यम से राजनीतिक   लक्ष्य भी साधे जाने लगे हैं। इस साल उत्तर प्रदेश सरकार के कन्धों पर कुम्भ के जरिये दिल्ली की सत्ता हासिल करने का लक्ष्य है। भाजपा के लिए ये बड़ा लक्ष्य है। 
आपको बता दें कि प्रयागराज का कुम्भ 14 जनवरी से 10 मार्च 2013 के बीच आयोजित किया गया। यह कुल 55 दिनों के लिए था, इस दौरान इलाहाबाद (प्रयागराज) सर्वाधिक लोकसंख्या वाला शहर बन जाता है। 5 वर्ग कि.मी. के क्षेत्र में 8 करोड़ से ज्यादा लोगों ने  हिस्सा  लिया था। आंकड़ों के हिसाब से ये दुनिया का सबसे बड़ा जमावड़ा है ,लेकिन आबादी की दृष्टि से देखें तो 144  करोड़ के इस देश में से 1  प्रतिशत आबादी भी कुम्भ नहीं पहुँच पाती।कुम्भ के मेले एक तरफ सद्भाव के केंद्र भी बनते हैं तो अतीत में ये पारस्परिक संघर्ष के साक्षी भी रहे हैं। 1690  में नासिक में शैव और वैष्णव साम्प्रदायों में संघर्ष; 60,000 लोग मारे गए थे। 1760 - शैवों और वैष्णवों के बीच हरिद्वार मेलें में संघर्ष; 1,800 मरे।1820  के हरिद्वार मेले में हुई भगदड़ से 430 लोग मारे गए। भगदड़ की अनेक घटनाएं कुम्भ के मेलों में हो चुकी हैं। 
पिछले एक दशक में भाजपा ने देश के अनेक धार्मिक आयोजनों को धार्मिक पर्यटन मेलों में बदल दिया है। प्रयाग का तो नाम तक बदल दिया गया। पहले प्रयाग को अल्लाहाबाद बनाया गया ,फिर इलाहबाद और अब एक बार फिर प्रयाग बना दिया गया है। भाजपा एक बार फिर से महाकुम्भ के जरिये पुण्य के साथ सत्ता सुख भी हासिल करना चाहती है। अयोध्या  में राम मंदिर भाजपा को पिछले आम चुनाव में अपेक्षित लाभ नहीं दिला पाया ,लेकिन भाजपा को उम्मीद है की कुम्भ के जरिये 2024  में हुए घाटे को पूरा किया जा सकेगा। 
@ राकेश अचल

26 दिसंबर 2024, गुरुवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 07:13 बजे  

*सूर्यास्त :-* 17:30 बजे 

*श्री विक्रमसंवत्-2081* शाके-1946 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण,दक्षिणगोल 

*🌧️ऋतु* : - शिशिर ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज पौष  माह कृष्ण पक्ष *एकादशी तिथि* 24:43 बजे तक है उसके बाद द्वादशी तिथि  चलेगी।

💫 *नक्षत्र आज स्वाति नक्षत्र* 18:09 बजे तक फिर विशाखा नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *सुकर्मा* है। 

 *करण*  :-आज *बव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा ,गंडमूल नहीं है।   

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर  है।

☄️ *दिशाशूल* : आज दक्षिण दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज  13:39 बजे से 14:56 बजे तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:59 बजे से 12:41 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौह*: सफला एकादशी व्रत भगवान चंद्रप्रभु जी जन्म 

*मुहूर्त* :- नामकरण,वाहन है अन्य नहीं है।

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-धनु, चन्द्र-तुला, मंगल-कर्क, बुध-वृश्चिक, गुरु-वृष, शुक्र-मकर, शनि-कुंभ, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-वृष में

 *🌞चोघडिया, दिन*

शुभ 07:14 - 08:31 शुभ

रोग 08:31 - 09:48 अशुभ

उद्वेग 09:48 - 11:05 अशुभ

चर 11:05 - 12:22 शुभ

लाभ 12:22 - 13:39 शुभ

अमृत 13:39 - 14:56 शुभ

काल 14:56 - 16:13 अशुभ

शुभ 16:13 - 17:30 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

अमृत 17:30 - 19:13 शुभ

चर 19:13 - 20:56 शुभ

रोग 20:56 - 22:39 अशुभ

काल 22:39 - 24:22*अशुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

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एक ही दिन में 5000 से अधिक चिड़ियाघर पहुंचे सैलानी

ग्वालियर 25 दिसम्बर।नगर निगम द्वारा संचालित चिड़ियाघर में 25 दिसंबर को सैलानियों का तांता लगा रहा। एक ही दिन में 5000 से अधिक सैलानी चिड़ियाघर पहुंचे और वहां पर मौजूद विभिन्न प्रजातियों के पशु पक्षी और सरीसृपों को देखा। एक ही दिन में इतने अधिक सैलानी पहुंचने से नगर निगम को₹200000 से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ।

चिड़ियाघर प्रभारी डॉक्टर उपेंद्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम के चिड़ियाघर में 25 दिसंबर का दिन काफी भीड़भाड़ वाला रहा । एक ही दिन में 5000 से अधिक सैलानी चिड़ियाघर में मौजूद विभिन्न प्रजातियों के जानवरों को देखने पहुंचे । पूर्ण रूप से सिंगल यूज पॉलिथीन मुक्त चिड़ियाघर में इतने अधिक सैलानी पहुंचने से निगम को भी₹200000 का राजस्व प्राप्त हुआ।


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